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महाकुंभ में महंगी पड़ी आस्था की डुबकी, हादसे का जिम्मेदार कौन?

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हिमा अग्रवाल

, बुधवार, 29 जनवरी 2025 (10:38 IST)
Prayagraj Mahakumbh Stampede : आज मौनी अमावस्या है, महाकुंभ का पर्व चल रहा है, 144 साल बाद अद्भुत संयोग बना है, जिसके चलते संगमतट पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु डुबकी लगाने पहुंचे हुए है। ऐसे में भीड़ का दबाव अधिक होने से संगम नोज के पास भगदड़ मच गई, जिसमें कुछ श्रद्धालु हताहत हुए है। बड़ी संख्या में लोग लोग चोटिल हुए है और कुछ के मौत की सूचना है।
 
परिवार वाले अपने लोगों एंबुलेंस में लेकर कुंभ मेले के अस्थायी अस्पताल लेकर पहुंच रहे हैं। अस्पताल पहुंचे कुछ श्रद्धालु दुखी भी है कि उनके परिवार का सदस्य दुनिया छोड़कर चला गया है। हालांकि मेला प्रशासन की तरफ से अभी तक मृतकों की अधिकारिक फिगर जारी नही की गई है।
 
 मेला प्रशासन व कुंभ पुलिस गंभीर घायल़ों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक स्वरूपा रानी नेहरू अस्पताल 14 शव लायें गए है, वहीं अस्पताल में अपनों को ढूंढते परिजन पहुंच रहें है, अस्पताल में बड़ी संख्या में लोगों का जमघट लग गया है।
 
कुंभ में आएं श्रृद्धालुओं का कहना है कि भीड़ अधिक थी, स्नान की होड़.लग गई, पीछे से धक्का आया और लोग एक के ऊपर एकगिर गये, जिससे उनका दम घुट गया। स्थानीय प्रशासन और मेला प्रशासन घटना पर मौन क्यों है, घायलों और मृतकों की सूची जारी क्यों नही कर रहा है। 
 
भगदड़ के बाद सभी 13 अखाड़ों ने निर्णय लिया है कि वह आज संगमस्नान नही करेंगे। भगदड़ की दुखद घटना से आहत है। वह लोग चाहते है कि घायलों को बेहतर उपचार मिले। भगदड़ के बाद एंबुलेंस भी भीड़ के कारण घटनास्थल पर आसानी से नही पहुंच सकी, रास्ता साफ करने का समय भी घायल़ों पर भारी पड़ सकता था।
 
महाकुंभ में स्नान करने आयें श्रृद्धालुओं को भगदड़ के बाद रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर ही रोक दिया गया है। वही प्रयागराज जंक्शन पर पुलिस फोर्स और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है। जीआरपी के जवानों की संख्या स्टेशन पर बढ़ाई गई है और सभी जवान स्नान करने आयें भक्तों को समझा रहे है कि भीड़ बहुत है, इसलिए यही विश्राम करें, दबाव कम होने के बाद संगम में डुबकी लगायें।
 
प्रश्न यह है कि 10 करोड़ से अधिक लोगों का अनुमान मेला प्रशासन पहले ही लगा रहा था, ऐसे में किस स्तर पर लापरवाही रही कि भीड़ एक साथ स्नान के लिए तट पर पहुंच गई। यह जांच के बाद ही साफ हो पायेगा।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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