जयपुर। राज्यसभा के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव में राजस्थान से कांग्रेस ने तीन सीटें जीत ली हैं, जबकि भाजपा के समर्थन से मैदान में उतरे सुभाष चंद्रा चुनाव हार गए। इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि चंद्रा के समर्थन में क्रॉस वोटिंग हो सकती है।
मतगणना के बाद हुई घोषणा के मुताबिक राजस्थान में कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी और मुकुल वासनिक चुनाव जीत गए हैं, जबकि भाजपा की ओर से घनश्याम तिवारी राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। हालांकि भाजपा के समर्थन से राज्यसभा चुनाव में उतरे व्यवसायी सुभाष चंद्रा चुनाव हार गए।
सभी 200 विधायकों ने की वोटिंग : इससे पहले राजस्थान के सभी 200 विधायकों ने शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान किया। वोटों की गिनती शाम 5 बजे शुरू हुई। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने स्वीकार किया कि एक विधायक ने क्रॉस वोटिंग की है।
कटारिया ने कहा कि हम दो सीटों पर कैसे जीत सकते हैं जब हमारे पास बहुमत केवल एक सीट जीतने का है? हमने खोया कुछ नहीं, जहां तक एक विधायक द्वारा क्रॉस वोटिंग का सवाल है पार्टी व्हिप के उल्लंघन पर कार्यवाही करेगी।
इसमें भी हमारी जीत : उन्होंने कहा कि हमारी इसमें भी जीत थी क्योंकि हमें प्राप्त तो एक ही होने वाला था। सच्चाई तो आप भी जानते है और मैं भी जानता हूं फिर भी हमने बचे हुए वोटों के आधार पर मुख्यमंत्री को कैंप में बंद होने पर मजबूर कर दिया। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी कहा कि पार्टी आलाकमान को क्रॉस वोटिंग के बारे में सूचित कर दिया गया है।
पहला वोट गहलोत का : आज सुबह मतदान प्रक्रिया शुरू होने पर पहला वोट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डाला। उनके बाद समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने वोट डाला। उन्होंने मतदान के बाद कहा कि मैं मतदान करने वाला, मुख्यमंत्री गहलोत के बाद, दूसरा था।
अनेक विधायक अपने खराब स्वास्थ्य के बावजूद वोट डालने पहुंचे। इनमें भंवरलाल शर्मा, सूर्यकांता व्यास, पूराराम चौधरी व बाबूलाल बैरवा ने प्रतिनिधि के साथ वोट डाला। उपचाराधीन विधायक रूपाराम मेघवाल, मुरारीलाल मीणा व बलवान पूनियां भी वोट डालने पहुंचे।