पहले के समय में रक्षाबंधन सिर्फ परिवार के साथ मनाया जाता था और बच्चे अपने मामा के घर जाना पसंद करते थे। पहले राखी के लिए बच्चों को 2-3 दिन की छुट्टी दी जाती है जिसमें बच्चे अपना पूरा समय परिवार और दोस्तों के साथ बिताते थे। लेकिन आज के बच्चे इन रीति-रिवाजों से परे कुछ अलग या क्रिएटिव करना चाहते हैं।
भारत में प्ले स्कूलों के साथ-साथ हाई स्कूलों में भारतीय त्योहारों और राष्ट्रीय त्योहार बहुत महत्वपूर्ण है। इन विभिन्न त्योहार के ज़रिए बच्चे भारतीय संस्कृति और परंपरा के बारे में जानते हैं। इस raksha bandhan 2023 में आप भी बच्चों से स्कूल में ये क्रिएटिव एक्टिविटी करवा सकते हैं। चलिए जानते हैं इन एक्टिविटी के बारे में......
1. क्लास डेकोरेशन: आप अपने स्कूल में बच्चों को क्लास डेकोरेशन की एक्टिविटी करवा सकते हैं। साथ ही आप बच्चों को डेकोरेशन के लिए एक निर्धारित थीम भी दे सकते हैं जैसे चंद्रयान 3, भारतीय सेना, जैसे कुछ रोचक थीम। इससे बच्चे न सिर्फ डेकोरेशन की बेसिक बातें सीखेंगे बल्कि उनकी ग्रुप स्किल, टीम वर्क, लीडरशिप स्किल और कम्युनिकेशन स्किल भी विकसित होगी।
2. राखी थाली डेकोरेशन: यह एक्टिविटी बहुत इंटरेस्टिंग है क्योंकि बच्चे इस एक्टिविटी को बहुत एन्जॉय करेंगे। आप स्कूल में थाली डेकोरेशन कम्पटीशन आयोजित कर सकते हैं। साथ ही आप बच्चों को इस थाली में राखी जाने वाली चीज़ों की लिस्ट भी दे सकते हैं। इस कम्पटीशन के ज़रिए बच्चे भारतीय परंपरा और संस्कृति को समझेंगे।
3. राखी बनाने का कम्पटीशन: यह एक्टिविटी बहुत सामान्य है पर इसमें बच्चों की क्रिएटिविटी को देखकर आप हैरान हो जाएंगे। इसमें आप बच्चों को eco friendly राखी बनवाना के लिए कह सकते हैं। इसमें बच्चे अपनी क्रिएटिविटी का बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं और आपको ये एक्टिविटी ज़रूर करवानी चाहिए।
4. स्टोरी टेलिंग एक्टिविटी: आप बच्चों से स्टोरी टेलिंग भी करवा सकते हैं। स्टोरी टेलिंग के लिए आप भाई, भारतीय परंपरा, राखी की शुरुआत, राखी के महत्व, भारतीय संस्कृति जैसे विषय दे सकते हैं। स्टोरी टेलिंग एक्टिविटी के ज़रिए बच्चे अपना स्टेज फियर कम करेंगे और उनकी कम्युनिकेशन स्किल में सुधार आएगा।
5. ट्रेडिशनल ड्रेस: रक्षाबंधन के पर्व पर आप बच्चों को ट्रेडिशनल कपड़े पहनने के लिए कह सकते हैं। यह स्कूल के डेली रूटीन से काफी अलग होगा और बच्चे भी इस एक्टिविटी के लिए काफी उत्सुक रहते हैं। आप बच्चों को ट्रेडिशनल कपड़े में आने का कहें और आप कपड़ों की गाइडलाइन भी बनाएं जिससे बच्चे डिसेंट कपड़े पहनकर आएं।