Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

क्या राखी बांधने का कोई मंत्र भी है, जानिए

हमें फॉलो करें क्या राखी बांधने का कोई मंत्र भी है, जानिए

अनिरुद्ध जोशी

राखी बांधते वक्त किस दिशा में मुंह करके बैठना चाहिए और कौन सा मंत्र बोलना चाहिए यह जानना जरूरी है। उचित विधि से ही रक्षा बंधन का त्योहार मुहूर्त देखककर ही मनाना चाहिए तो आओ जानते हैं राखी का मंत्र।
 
 
1. येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वां अभिबन्धामि रक्षे मा चल मा चल।।
 
यदि बहन अपने भाई को राखी बांध रही है तो बहन को पश्‍चिम में मुख करके भाई के ललाट पर रोली, चंदन व अक्षत का तिलक लगाते हुए उपरोक्ति मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार रक्षा सूत्र बांधे जाते समय उपरोक्त मंत्र का जाप करने से अधिक फल मिलता है। भाई को पूर्वाभिमुख, पूर्व दिशा की ओर बिठाएं। बहन का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। इसके बाद भाई के माथे पर टीका लगाकर दाहिने हाथ पर रक्षा सूत्र बांधे। रक्षा सूत्र बांधते समय उपरोक्त मंत्र का उच्चारण करें।
 
2. येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वां रक्षबन्धामि रक्षे मा चल मा चल ||
 
और यदि आप शिष्य या शिष्या अपने किसी गुरु को बांध रहे हैं रक्षा सूत्र तो उपरोक्त मंत्र है। ध्यान से देखने पर दोनों मंत्रों में अंतर नजर आएगा।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

इन्द्र को लक्ष्मीहीन होने का श्राप क्यों दिया था महर्षि दुर्वासा ने, पढ़ें पौराणिक कथा...