देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हुए हिमस्खलन में 10 पर्वतारोहियों की मौत हो गई। दरअसल, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 34 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों और 7 प्रशिक्षकों का एक समूह मंगलवार को उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी का डांडा शिखर पर हिमस्खलन में फंस गया था। हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में 8 लोगों को बचा लिया गया है।
बताया जा रहा है कि द्रौपदी का डांडा पर्वत पर 170 पर्वतारोहियों का एक समूह प्रशिक्षण ले रहा था। उसी दौरान हुए हिमस्खलन में पर्वतारोही फंस गए। हादसे वाली जगह समुद्र तल से 16 हजार मीटर की उंचाई पर है, इस वजह से हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है।
41 लोग फंसे थे : नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि निम के 34 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों और 7 प्रशिक्षकों की एक टीम वापस आते समय हिमस्खलन में फंस गई। उन्होंने कहा कि 10 शव दिखे हैं जिनमें से 4 को बरामद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि हिमस्खलन सुबह 8.45 बजे हुआ।
उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने कहा कि फंसे लोगों में से 8 को उनकी टीम के सदस्यों ने बचाया। इसके बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद मांगी।
धामी ने एक ट्वीट करके कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों की एक टीम पहले ही बचाव अभियान शुरू कर चुकी है।
मुख्यमंत्री धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात भी की और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद मांगी।