Tirupati temple stampede case : तिरुपति मंदिर में भगदड़ की घटना के सिलसिले में 2 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बुधवार रात भगदड़ मचने से कम से कम 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 अन्य घायल हो गए। यह घटना शहर में एमजीएम स्कूल के पास बैरागी पट्टेदा में हुई। यह भगदड़ उस समय मची जब वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए सैकड़ों श्रद्धालु टिकट पाने की कोशिश कर रहे थे। देशभर से सैकड़ों श्रद्धालु 10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए यहां आए हैं।
पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बुधवार रात भगदड़ मचने से कम से कम 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 अन्य घायल हो गए। यह भगदड़ उस समय मची जब वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए सैकड़ों श्रद्धालु टिकट पाने की कोशिश कर रहे थे।
यह घटना शहर में एमजीएम स्कूल के पास बैरागी पट्टेदा में हुई। देशभर से सैकड़ों श्रद्धालु 10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए यहां आए हैं। पुलिस ने बताया कि प्राथमिकी भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 194 के तहत दर्ज की गई है, जो अप्राकृतिक मौतों से संबंधित है।
पुलिस के अनुसार, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि जब एक बीमार व्यक्ति को बाहर निकालने के लिए गेट खोले गए तो भीड़ ने आगे बढ़ने की कोशिश की जिसके कारण भगदड़ मच गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मजिस्ट्रेटी शक्तियां प्राप्त राजस्व अधिकारियों को उनके कर्तव्य के तहत विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया था और उनकी शिकायतों के आधार पर प्राथमिकियां दर्ज की गईं।
भीड़ से एक बीमार महिला को बाहर निकालने के लिए एक डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) द्वारा गेट खोले जाने की रिपोर्ट पर अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसा अत्यंत सावधानी से और प्रक्रिया के अनुसार करना चाहिए था। उन्होंने कहा, उनका इरादा भले ही अच्छा हो लेकिन इससे तबाही मच गई। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour