चंद्रपुर। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के एक जंगल में बुधवार को एक बाघ मृत पाया गया। अधिकारियों ने संदेह जताया है कि बाघ आपसी लड़ाई के दौरान मारा गया होगा। चंद्रपुर सर्किल के मुख्य वन संरक्षक प्रकाश लोनकर ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 120 किलोमीटर दूर ब्रह्मपुरी मंडल के नागभीड़ वन परिक्षेत्र में शव देखा गया। मध्यप्रदेश में एक बाघ पेड़ से लटका मिला।
उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद पशु चिकित्सकों के साथ वनकर्मी घटनास्थल पर निरीक्षण के लिए पहुंचे। अधिकारी ने कहा कि हो सकता है कि आपसी लड़ाई में बाघ की मौत हुई हो, क्योंकि घटनास्थल पर एक और बाघ के पैरों के निशान पाए गए हैं। शव का एक हिस्सा कुत्ते ने खा लिया था। ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व चंद्रपुर जिले में स्थित है।
पन्ना में पेड़ से लटका मिला बाघ का शव : उधर दूसरी ओर मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व के पास एक बाघ संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया। बाघ का शव पेड़ पर लटका हुआ पाया गया है। वन विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी देते कहा कि शिकारियों द्वारा आमतौर पर जानवरों को फंसाने के लिए वाहनों के क्लच वायर का इस्तेमाल किया जाता है। संदेह है कि किसी अन्य जानवर के लिए जाल बिछाया गया था और बाघ उसमें फंस गया होगा।
वन अधिकारियों को मंगलवार रात को सूचना मिली कि तिलगुआ बीट में एक बाघ का शव पेड़ से लटका हुआ है। सूचना पाकर वनकर्मियों का दल मौके पर पहुंचा। अधिकारी ने कहा कि यह एक रहस्य है कि 2 साल की आयु का भारी-भरकम बाघ तार में कैसे फंस गया और पेड़ से लटक गया?
छतरपुर रेंज के वन संरक्षक अधिकारी संजीव झा ने कहा कि हम जांच कर रहे हैं कि बाघ कैसे और किन परिस्थितियों में मारा गया? हमने नमूने भी लिए हैं और पशु चिकित्सकों ने मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम किया है। बाघ की मौत की जांच के लिए श्वान दल को भी लगाया गया है। उन्होंने स्थानीय लोगों से बाघ की मौत के संबंधित कोई भी जानकारी साझा करने की अपील की है। मध्यप्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा, पन्ना और संजय दुबरी नाम के 6 टाइगर रिजर्व हैं।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta