Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

6000 मीटर की ऊंचाई पर फंसे विदेशी पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकाला, 3 दिन तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Advertiesment
हमें फॉलो करें chaukhamba rescue operation

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, रविवार, 6 अक्टूबर 2024 (11:32 IST)
Uttarakhand news in hindi : उत्तराखंड के चमोली जिले में 6000 मीटर से अधिक की उंचाई पर चौखंबा में फंसीं 2 महिला विदेशी पर्वतारोहियों को रविवार सुबह सुरक्षित निकाल लिया गया।
 
चमोली जिला आपदा प्रबंधन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, 3 अक्टूबर को दोपहर बाद से चौखंबा में फंसीं एक अमेरिका और एक ब्रिटेन की पर्वतारोहियों को बचाव अभियान के तीसरे दिन भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकाला गया।
 
सेना के हेलीकॉप्टर ने क्षेत्र की रेकी करते हुए दोनों पर्वतारोहियों- अमेरिका की मिशेल टेरेसा ड्वोराक और ब्रिटेन की फाव जेन मैनर्स को ढूंढ निकाला और फिर उन्हें वहां से लेकर जोशीमठ हेलीपैड पहुंचे। पर्वतारोहियों को ढूंढने में जुटे बचाव दल में शामिल राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के कमांडेंट अर्पण यदुवंशी ने बताया कि दोनों पर्वतारोही सकुशल और सुरक्षित हैं।
 
उन्होंने बताया कि एडवांस्ड बेस कैंप से आगे पर्वतारोहियों की तलाश कर रही एसडीआरएफ की टीम को भी सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा जोशीमठ लाया जा रहा है।
 
इस विदेशी पर्वतारोहण अभियान को भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (IMF) ने भेजा था। कुल 6,995 मीटर की उंचाई पर स्थित चौखंबा-तीन पर्वत की चोटी के आरोहण के लिए जाते समय बृहस्पतिवार को अपराहन तीन बजे चौखंबा में 6,015 मीटर की ऊंचाई से इन पर्वतारोहियों के लॉजिस्टिक सामान तथा तकनीकी उपकरण नीचे गिर गए और इस कारण वे वहीं फंस गईं।
 
इस संबंध में सूचना मिलते ही चमोली के जिलाधिकारी द्वारा रक्षा मंत्रालय के सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) को हेलीकॉप्टर के जरिए पर्वतारोहियों की तलाश के लिए अभियान शुरू करने का अनुरोध भेजा गया।
 
इसके बाद शुक्रवार को हेलीकॉप्टर से उनका तलाश अभियान शुरू किया गया लेकिन वे उन्हें ढूंढने में विफल रहे। इसके बाद, शनिवार से एसडीआरएफ की जमीनी दलों को भी अभियान में लगाया गया था।
Edited by : Nrapendra Gupta 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हिजबुल्लाह के खात्मे के लिए इजराइल के हमले जारी, फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति पर क्यों भड़के नेतन्याहू?