जम्मू। सुरक्षाबलों ने 24 घंटों के भीतर 5 आतंकियों को ढेर कर इस साल मरने वाले आतंकियों के स्कोर को 183 तक पहुंचा दिया है। हालांकि पिछले साल यही स्कोर 232 था। वैसे इस साल 44 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हो गए जबकि पिछले साल के अनुपात में इस साल 3 नागरिक ज्यादा मारे गए हैं। 2021 में कश्मीर में 36 नागरिक मारे गए हैं।
चार आतंकियों को शनिवार को शोपिंयां और पुलवामा में हुए मुठभेड़ में मार गिराया। चारों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा का हिट स्क्वॉड कहे जाने वाले आतंकी संगठन टीआरएफ से जुड़े हुए थे। इनमें एक आतंकी 22 दिन पहले ही सक्रिय हुआ था। इससे पहले शुक्रवार अनंतनाग जिले के बिजबिहारा में हिजबुल मुजाहिदीन के कुख्यात आतंकी शहजाद अहमद सेह को ढेर किया गया था। 24 घंटे में 5 आतंकी मारे जा चुके हैं।
शोपियां के चौगाम में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली। आतंकी मुश्ताक लोन नामक ग्रामीण के मकान में थे। सुरक्षाबलों ने मुश्ताक के परिजनों को भी सुरक्षित निकाला। सुबह 8 बजे समाप्त हुई मुठभेड़ में दोनों आतंकी मारे गए। उनका ठिकाना बना मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया। मारे गए आतंकियों की सज्जाद अहमद चक और बासित याकूब नजार के रूप में हुई है।
सज्जाद जिला शोपियां के बरारीपोरा का रहने वाला था, जबकि बासित याकूब जिला पुलवामा के अच्छन का रहने वाला था। सज्जाद 14 अक्टूबर, 2020 को आतंकी बना था। वह सुरक्षाबलों ने ग्रेनेड हमले और तीन नागरिक हत्याओं में लिप्त था। बासित 22 दिन पहले इसी माह की दो तारीख को आतंकी बना था। आतंकी बनने से पहले वह बतौर ओवरग्राउंड वर्कर सक्रिय था। दोनों ही लश्कर ए तैयबा के हिट स्क्वाड टीआरएफ से जु़ड़े हुए थे।
शाम 4 बजे के करीब पुलवामा जिले के हरदीमूर, त्राल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। बताया जाता है कि सुरक्षाबलों का एक संयुक्त कार्यदल नियमित गश्त पर गांव से निकल रहा था कि एक मकान में छिपे आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी।
जवानों ने भी अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। उन्होंने आतंकियों को सरेंडर के लिए कहा, लेकिन आतंकी नहीं माने। करीब आधे घंटे बाद आतंकियों की तरफ से फायरिंग बंद हो गई। जवानों ने मुठभेड़ स्थल की तलाशी लेते हुए वहां से दो आतंकियों केा शव व उनके हथियार बरामद किए। मारे गए दोनों आतंकी स्थानीय और लश्कर से संबधित थे।