मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए जहां घर-घर जाकर मंदिर निर्माण के लिए दान एकत्रित किया जा रहा है तो वहीं कुछ ऐसे शरारती तत्व हैं जो मंदिर की आड़ में लोगों को चूना लगा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मुरादाबाद में देखने को मिला है जहां राम मंदिर निर्माण के नाम पर धन उगाही का खेल चल रहा था।
सबसे खास बात यह सामने आई थी इस खेल को संचालित कर रहे लोगों में से एक पूर्व पदाधिकारी विश्व हिंदू परिषद का भी है जिसके बाद पुलिस ने देर रात मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस में चार आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
बताते चलें कि मुरादाबाद के सिविल लाइंस स्थित मंदिर निर्माण के लिए दान एकत्र कर रही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोग घर-घर जाकर लोगों से मंदिर निर्माण के लिए दान लेकर उन्हें रसीद दे रहे हैं। इसी दौरान दान इकट्ठा कर रहे कुछ कार्यकर्ता सिविल लाइंस पहुंचे तो उन्हें अलग-अलग क्षेत्र से जानकारी हुई की कुछ लोग उनसे पहले आकर चंदा ले गए हैं।
इसके बदले में रसीद भी दी हैं।जब उनसे रसीद मांगी गई तो वह मूल रसीद से अलग थी। जिसकी जानकारी तत्काल कार्यकर्ताओं ने राम मंदिर निधि समर्पण समिति के पदाधिकारियों को दी तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से नजदीक के थाने में संपर्क करने के लिए कहा, जिसके बाद राम मंदिर निधि समर्पण समिति मुरादाबाद के अध्यक्ष ओमप्रकाश शास्त्री व प्रभात गोयल ने एएसपी अनिल यादव से मुलाकात की।
जिसके बाद एएसपी के आदेश पर सिविल लाइंस पुलिस ने पदाधिकारियों के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर रोहन सक्सेना, अमित अग्रवाल, हर्ष वर्मा व विहिप के पूर्व कार्यकर्ता मनोज व्यास के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। पूर मामले को लेकर एएसपी अनिल यादव ने बताया कि पदाधिकारियों से मिली तहरीर के आधार पर चारों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।