खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में हाल ही में हुई सांप्रदायिक झड़पों के दौरान पुलिस ने 28 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 3 अन्य लोग फरार हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सफाई कर्मचारी इब्रेश खान खरगोन में हिंसा का पहला शिकार बना। वह सांप्रदायिक हिंसा के दौरान लापता हो गया था और उसका शव बाद में मिला था।
पुलिस ने कहा कि सिर में पत्थरों से गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हुई है। 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान खरगोन शहर में सांप्रदायिक हिंसा हुई, जिसमें आगजनी और पथराव हुआ।
इसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था। 11 मई को खरगोन के आनंद नगर में एक अज्ञात शव मिला था जिसे पिछले रविवार को खान के परिवार के सदस्यों द्वारा पहचान के बाद सौंप दिया गया था।
पुलिस ने कहा था कि शव को आठ दिनों तक इंदौर के एक सरकारी अस्पताल में रखा गया था क्योंकि खरगोन में फ्रीजर की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। खरगोन जिले के प्रभारी एसपी रोहित काशवानी ने गुरुवार रात कहा, इब्रेश खान की हत्या में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों की पहचान संदीप, दिलीप, अजय, दीपक कर्मा के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया हत्या का कारण धार्मिक उन्माद है, लेकिन पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या इसके पीछे कोई अन्य कारण थे। उन्होंने कहा कि पीड़ित और आरोपी के बीच कोई पिछली दुश्मनी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि आरोपी खरगोन के आनंद नगर और रहीमपुरा इलाके के रहने वाले हैं और उन्होंने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। एसपी ने कहा कि मामले में तीन अन्य आरोपी फरार हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इब्रेश खान की मौत पत्थरों से सिर में गंभीर चोट लगने से हुई है।
इब्रेश खान के परिजनों ने 14 अप्रैल को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी बीच, शुक्रवार को सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे के बीच चार घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई, क्योंकि हिंसा के बाद स्थिति सामान्य होने लगी थी।
काशवानी ने कहा कि पथराव करने वाले एक व्यक्ति को इंदौर के चंदन नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया है और लोगों को पत्थर मारने के लिए उकसाने के लिए सेजू उर्फ फिरोज पानवाला के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई की गई है।
वीडियो फुटेज के आधार पर उसकी शिनाख्त की गई है। उन्होंने कहा कि अब तक रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसा में शामिल 168 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।(भाषा)