चेन्नई। जाको राखे साइयां मार सके ना कोय... यह कहावत उस समय चरितार्थ हो गई जब एक 74 साल के बुजुर्ग को मरा समझकर उसके घर वालों ने फ्रीजर में पटक दिया। 20 घंटे बाद जब लाश निकालने के लिए फ्रीजर खोला गया तो लोग यह देख हैरान रह गए कि बुजुर्ग की सांसे चल रही थी।
बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और उनकी हालत में सुधार हो रहा है। डॉक्टर भी इस घटना को किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं।
यह मामला चेन्नई के कदमपट्टी का। बालासुब्रमण्यम अपने छोटे भाई श्रवण के साथ रहते हैं। सोमवार को श्रवण ने फ्रीजर बॉक्स की डिलीवरी करने वाली दुकान पर फोन कर एक फ्रीजर बॉक्स मंगवाया। उसी दिन शाम 4 बजे बॉक्स की डिलीवरी कर दी गई।
20 घंटे बाद जब स्टाफ फ्रीजर बॉक्स लेने आया, तो फ्रीजर के अंदर से हलचल हुई। अच्छे से देखने पर एक इंसानी हाथ दिखा, जो हिल रहा था। इस पर स्टाफ ने फ्रीजर से बालासुब्रमण्यम को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। बुजुर्ग की हालत खतरे के बाहर बताई जा रही है।