इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में गुरुवार को राम नवमी की पूजा के दौरान बड़ा हादसा हो गया। इंदौर के पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में पूजा में शामिल होने के लिए एकत्रित लोग बावड़ी की छत गिरने से हादसे का शिकार हो गए। कई लोग पुरातन बावड़ी में जा गिरे। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 13 लोगों के मरने की पुष्टि की है। हादसे में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, सरकार ने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं।सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए एवं घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की है।
अधिकारियों के मुताबिक हादसे के बाद अब तक 19 लोगों को बचाकर एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है, जिनमें से दो लोगों को वैंटीलेटर पर रखा गया है। बताया जा रहा है कि दो लोगों की अस्पताल में मौत हुई है। बावड़ी में गिरने वालों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक मृतकों एवं घायलों की संख्या और बढ़ने की आशंका है, क्योंकि घटना के समय 30 से अधिक लोग मौके पर हवन कर रहे थे। बचाव कार्य के दौरान बावड़ी के पानी और कीचड़ में कुछ और लोगों के शव फंसे होने की आशंका है। उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।
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भीड़ की वजह से धंसी बावड़ी की छत : एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। बावड़ी की छत धंसने की खबर आने के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई, जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे। पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी मौके पर एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची थी।
बावड़ी पर छत डालकर बनाया था मंदिर : रहवासियों ने बताया कि मंदिर पुरातन बावड़ी पर छत डालकर बनाया गया था। इस बीच, जिलाधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि हादसे में करीब 25 से 30 श्रद्धालु बावड़ी में गिर गए थे, जिनमें से 19 लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया है और बचाव अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि हादसे में कुछ लोगों की मौत की भी आशंका है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन ऐसे सार्वजनिक स्थानों को चिन्हित करेगा, जहां इस तरह के हादसे होने की आशंका है और वहां सुरक्षा के जरूरी इंतजाम किए जाएंगे।
दीवार धंसकने से छत गिरने की आशंका : बताया जा रहा है कि मंदिर परिसर में निर्माण और खुदाई का काम चल रहा है। निर्माण कार्य के चलते कुएं की दीवार धंसकने से फर्श गिरने की आशंका व्यक्त की जा रही है। वहीं रहवासियों का कहना है कि चूहों ने कुएं की दीवार को खोखला कर दिया था।
जानकारी के मुताबिक बावड़ी से 11 शव निकाले जा चुके हैं। इनमें से 10 महिलाओं के शव हैं। मृतकों में जिनकी शिनाख्त हुई है उनमें से एक भारती कुकरेजा (65) निवासी साधु वासवानी नगर है एवं इंदर कुमार के रूप में हुई है।
क्या कहा सीएम शिवराज ने : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मीडिया से कहा कि हमने लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में पूरी ताकत लगा दी है। हम बाकी लोगों को भी जल्द बावड़ी से बाहर निकाल लेंगे। शिवराज ने कहा कि उन्होंने इंदौर के जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को बचाव अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय इस हादसे को लेकर लगातार इंदौर जिला प्रशासन के संपर्क में है।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इस हादसे पर चिंता जताई है। उन्होंने मौक़े पर मौजूद कलेक्टर डॉ इलैयाराजा से चर्चा की और तत्परता पूर्वक राहत कार्य संपादित करने के लिए कहा।