लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बातचीत के दौरान कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार बदले की भावना से विपक्ष का उत्पीड़न और बदनाम करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ, ईमानदार और धर्मनिरपेक्ष छवि के वरिष्ठ समाजवादी नेता मो.आजम खां उनके निशाने पर रहते हैं। जल निगम की भर्तियों से उनका कोई लेना देना नहीं होने के बावजूद उनकी छवि बिगाड़ने की साजिशें हो रही हैं। भाजपा का यह आचरण लोकतांत्रिक और राजनीतिक मूल्यों की गिरावट का उदाहरण है।
अखिलेश ने दावा किया कि भाजपा सरकार केन्द्र में हो या राज्य में वे हर मोर्चे पर विफल साबित हुई हैं। समाज का हर वर्ग असंतुष्ट है।भाजपा सरकार नौकरी तो दे नहीं सकती, नौजवानों को बेरोजगार बनाने में आगे है। समाजवादी सरकार के समय की भर्तियों पर रोक लगाकर भाजपा ने अपनी विद्वेषपूर्ण मानसिकता का ही परिचय दिया है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को चुन-चुनकर अपमानित करने का काम किया जा रहा है। जब से भाजपा सरकार आई है उसने किसी को रोजगार नहीं दिया। शिक्षामित्रों, टीईटी प्रशिक्षुओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्तायों पर खूब जुल्म हुआ। पुलिस ने लाठियां चलाई। उनके साथ नाइंसाफी हो रही है। भाजपा की नीति और नियत में खोट है। उनका एजेंडा गरीब, नौजवान, अल्पसंख्यक विरोधी है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं पर झूठे इल्जाम लगाने वाली भाजपा को खुद अपने कारनामें देखने चाहिए। राज्य मंत्रिमण्डल के दो मंत्री खुलेआम भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ने की बात कर रहे हैं। जनता की निगाहों में अब भाजपा सरकार की साख गिर चुकी है।
अखिलेश ने कहा कि जनता यह सच्चाई जान गई है कि भाजपा के पास करने को कुछ भी नहीं है, लेकिन सच्चाई के आगे भाजपा का झूठ कितने दिन और चलेगा। भाजपा सरकार राष्ट्रवाद का सिर्फ नारा देती है पर राष्ट्र निर्माण की युवा शक्ति के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में उसे कोई संकोच नहीं है।