अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और लेटे हनुमान मंदिर के महंत नरेंद्र गिरि के निधन के बाद पूरे संत समाज और राजनीतिक महकमे में शोक की लहर है।
पूरे देश में नरेंद्र गिरि के अनुयायी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि महंत नरेंद्र गिरि ने सुसाइड किया है और सुसाइड नोट छोड़ा है। बड़े संतों का कहना है कि महंत नरेन्द्र गिरि मजबूत दिल के थे। वे बड़े से बड़े विवाद को चुटकियों में सुलझा देते, देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी के सीधे संपर्क में रहने वाला महंत कभी आत्महत्या नहीं कर सकता है। आज सबसे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव नरेंद्र गिरि के अंतिम दर्शन के लिए प्रयागराज पहुंचे और उन्हें अंतिम नमन किया।
यादव ने कहा कि यह बहुत अफसोस की बात है कि नरेंद्र गिरिजी ने आत्महत्या कर ली। गिरिजी ने हमेशा लोगों को जोड़ने का काम किया। उनकी मौत के बाद तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। उनकी मौत की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह निष्पक्ष जांच एक सिटिंग जज की अगुवाई में होनी चाहिए।