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अखिलेश यादव के बहराइच एनकाउंटर पर सवाल, यूपी के DGP ने बताया क्यों किया एनकाउंटर

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, गुरुवार, 17 अक्टूबर 2024 (17:46 IST)
Bahraich encounter: समाजवादी पार्टी के मुखिया ‍अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बहराइच एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरा मामला सरकार की नाकामी को दर्शाता है। वहीं, यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार (DGP Prashant Kumar) ने कहा कि जब पुलिस भारत-नेपाल सीमा के पास हथियार बरामदगी के लिए गिरफ्तार पांचों आरोपियों को ले जा रही थी, तो 2 आरोपियों ने भागने की कोशिश की थी। 
 
क्या कहा डीजीपी ने : बहराइच हिंसा मामले में पुलिस ने 5 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो को गोली लगी है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि जब पुलिस भारत-नेपाल सीमा के पास हथियार बरामदगी के लिए गिरफ्तार पांचों आरोपियों को ले जा रही थी, तो दो आरोपियों ने भागने की कोशिश की। भागने की कोशिश करते समय गोली चलाई गई। इस दौरान मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हो गए। अब्दुल हमीद, फहीम और अब्दुल अफजल को गिरफ्तार किया गया। कुल पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। ALSO READ: बहराइच हिंसा के आरोपी सरफराज और तालिब का एनकाउंटर, रामगोपाल मिश्रा को मारी थी गोली
  
अखिलेश ने उठाए एनकाउंटर पर सवाल : दूसरी ओर, बहराइच एनकाउंटर सवाल उठाते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि डराने के लिए एनकाउंटर किए जा रहे हैं। राज्य सरकार नाकामी छिपाने के लिए बांटो और राज करो की नीति पर चल रही है। उन्होंने बहराइच जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार और स्थानीय प्रशासन की विफलता करार दिया। यादव ने आश्चर्य जताया कि जब इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था तो वहां कोई पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं थी।
 
अखिलेश ने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा बहराइच प्रशासन और सरकार की विफलता है। वे अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति और हर कार्यक्रम को बहुत शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने की बात करते हैं तो जब इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था, तब पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं थी? क्या प्रशासन को पता नहीं था कि वहां कैसे और क्या हो रहा था? ALSO READ: बहराइच की बर्बरता, पैरों में तलवार के घाव, नाखून उखाड़े, अंतिम संस्‍कार में भाई नहीं देख पाया शव, मां- पत्‍नी बदहवास
 
अब तक 55 संदिग्ध गिरफ्तार : उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा विसर्जन यात्रा के दौरान एक पूजा स्थल के बाहर कथित तौर पर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर बहराइच जिले की महसी तहसील के महाराजगंज में रविवार को हिंसा भड़क गई थी, जिसमें स्थानीय निवासी रामगोपाल मिश्रा (22) की गोली लगने से मौत हो गई थी।
 
इस घटना के बाद इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी हुई। भीड़ ने मकानों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों और वाहनों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात दंगाइयों और कुछ नामजद आरोपियों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की थी। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने हत्या और उसके बाद हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 12 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 55 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

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