ये कृष्ण चक्रधारी नहीं, रथ का पहिया थामे हैं...
, शनिवार, 11 नवंबर 2017 (21:30 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में राम मंदिर के नाम पर लोकसभा और विधानसभा में जीत हासिल करने वाली भाजपा से समाजवादी पार्टी सबक लेकर भगवान कृष्ण के नाम पर आगामी लोकसभा चुनाव में बिगुल फूंकने की तयारी कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गांव सैफई में लगी 51 फुट ऊंची भगवान कृष्ण की प्रतिमा का उद्घाटन ठीक लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव कर सकते हैं। सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को एकजुट कर इसका अनावरण करेंगे।
इस प्रतिमा का निर्माण बेहद गोपनीय ढंग से पिछले छह महीने से किया जा रहा है। बताया जाता है कि प्रतिमा निर्माण के लिए पैसा सैफई महोत्सव कमेटी ने दिया है। इसके निर्माण के लिए जापानी स्टेनलेस स्टील और पीतल का प्रयोग किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव भी भाजपा से मुकाबले के लिए हिंदुत्व की छवि रखना चाहते हैं। जिससे उनके ऊपर लगा समुदाय विशेष का ठप्पा हट सके और छिटकी हुई ओबीसी जातियां फिर उनसे जुड़ सकें।
प्रतिमा निर्माण का काम कर रहे मजदूर राजकुमार ने बताया कि यह मूर्ति भगवान कृष्ण की है तो वहीं स्थानीय निवासी बीपी सिंह ने बताया कि यह भगवान कृष्ण की मूर्ति है और इस मूर्ति को नोएडा से मंगवाया गया है। इस मूर्ति का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किया जाएगा। यह मूर्ति सैफई के स्कूल परिसर में लगी हुई है। बताते चलें की तरफ योगी सरकार ने अयोध्या के सरयू नदी के तट पर 100 फीट ऊंची भगवान राम की एक बड़ी प्रतिमा लगाने की योजना बना रखी है।
प्रतिमा की विशेषता : इस प्रतिमा की खास विशेषता यह है कि इसमें भगवान कृष्ण हाथ चक्र नहीं बल्कि रथ का पहिया लिए हुए हैं। यह प्रतिमा महाभारत युद्ध के उस प्रसंग की याद दिलाती है, जिसमें भगवान कृष्ण ने भीष्म का मान रखने के लिए उन पर प्रहार के लिए रथ का पहिया उठा लिया था।
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