Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

दादरी पार्ट 2- अखलाक की हत्या के आरोपी रवि की रहस्यमयी मौत!

Advertiesment
हमें फॉलो करें दादरी पार्ट 2- अखलाक की हत्या के आरोपी रवि की रहस्यमयी मौत!
webdunia

डॉ. प्रवीण तिवारी

, बुधवार, 5 अक्टूबर 2016 (19:59 IST)
अखलाक की हत्या के आरोप में जेल में बंद रवि की संदिग्ध स्थितियों में मौत हो गई। उसकी पत्नी और मां ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये मौत जेलर के टॉर्चर की वजह से हुई है। रवि की मां और पत्नी से हुई बातचीत में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। इन लोगों से अखलाक की हत्या के आरोप में बंद युवकों को टॉर्चर नहीं करने के नाम पर लगातार पैसे मांगे जा रहे थे। 
रवि की पत्नी ने ये भी बताया कि जब अस्पताल ले जाया जा रहा था तब अपने पति से बात करने के लिए उन्हें 5 हजार रुपए देने पड़े। रवि ने मरने से पहले एक चिट्ठी भी अपनी पत्नी को दी है जिसमें उसने अपनी आप बीती भी लिखी है।
 
उनका दावा है कि रवि की मौत टॉर्चर की वजह से हुई है। कुछ दिनों पहले जेल में रवि पर कुछ लोगों ने हमला भी किया था। जेल के जेलर पर भी गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। जेलर के बारे में इन लोगों का आरोप है कि वो हमलावरों का पक्ष ले रहा था  और इस हमले के बाद रवि को ही बुरी तरह से टॉर्चर किया गया। 
 
जेलर ........ (नाम लिखना हमारे देश में संवेदनशील माना जाता है) के बारे में रवि के कुछ रिश्तेदारों ने भी जिक्र किया। उनका कहना था कि कुछ दिनों पहले गांव में एक पोस्टर भी उनके घर के बाहर लगाया गया था कि अपने बच्चों को भूल जाओ अब वो वापस नहीं आएंगे। दादरी दो गुटों में बंटा हुआ है और सियासत करने वाले इन्हें बांटे रखना चाहते हैं लेकिन इस बीच रवि की पत्नी की हालत एक और दर्द को बंया कर रही है। वो कुछ कुछ देर में बोलते बोलते बेहोश हो जा रही हैं। उनका कहना है कि यहां से लोगों को बिना किसी सबूत पर ही उठा लिया गया था।
 
जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए रवि की पत्नी और मां ने कहा है कि उनसे लगातार कहा जा रहा था कि वो अपने परिजनों को यदि टॉर्चर से बचाना चाहते हैं तो पैसे दें। रवि की मां का दावा है कि उन्होंने करीब 12 हजार रुपए अभी तक दिए हैं। पूरे गांव में एक बार फिर तनाव का माहौल है। दादरी का बिसाहड़ा गांव एक बार फिर छावनी में तब्दील हो गया है। 
 
अखलाक की मौत और रवि की मौत के बाद एक फर्क जरूर देखने को मिल रहा है कि यहां नेताओं की रेलमपेल वैसी देखने को नहीं मिल रही है। मुआवजा तो छोड़िए अभी तो इस मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर भी संदेह बना हुआ है। रवि आरोपी था और उस पर आरोप सिद्ध नहीं हुआ था, लेकिन इसके बावजूद जो अमानवीयता उसके साथ जेल में की जा रही थी उसकी जांच बहुत जरूरी है। ये जांच इसीलिए जरूरी है क्योंकि जेल प्रशासन का ये दावा कि रवि की मौत किडनी फेल होने की वजह से हुई है, किसी के गले नहीं उतर रहा। 
 
उसकी पत्नी तो यहां तक कहती है कि रवि को कोई गंभीर बीमारी तो छोड़िए कभी कोई छोटी-मोटी बीमारी भी नहीं हुई। जेल प्रशासन ने महज दो दिन पहले पहली बार रवि को अस्पताल भेजा। इससे भी ये साफ है कि उसे कोई ऐसी गंभीर बीमारी तो नहीं कि अचानक किडनी और लिवर फेल हो जाए।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हड़ताली कैलेंडर की नाफरमानी से कश्मीर में तनाव