कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत 2 और 3 जुलाई की मध्य रात्रि को हुए बिकरू कांड को लगभग 3 महीने से ऊपर हो चुके हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन के साथ जिला प्रशासन की कार्यवाही अभी भी इस कांड में शामिल लोगों पर हो रही है, जिसके चलते कानपुर देहात के जिलाधिकारी ने बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का दाहिना हाथ कहे जाने वाले जिला पंचायत सदस्य अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी के 2 शस्त्र लाइसेंस को निरस्त करने के आदेश दे दिए हैं।
गौरतलब है कि बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का दाहिना हाथ कहे जाने वाले जिला पंचायत सदस्य अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी को मुंबई से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था और कोर्ट में पेश किए जाने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।लेकिन गिरफ्तारी से ठीक पहले बिकरू कांड में नाम आने के बाद से लगातार सोशल मीडिया पर कई असलहों के साथ उसकी फोटो वायरल हो रही थी।
जिसको लेकर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े होने लगे थे कि इतने शातिर अपराधी को शस्त्र लाइसेंस किस आधार पर जारी किया गया, जबकि उसके ऊपर पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे चल रहे थे। जिसके बाद से ही उसके शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हो गई थी, साथ ही पुलिस ने उसके शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी थी।
जिस रिपोर्ट के आधार पर कानपुर देहात के जिलाधिकारी डॉ. दिनेशचंद्र ने शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण के मामले को संज्ञान में लेते हुए अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी के दो शस्त्र लाइसेंस को जिलाधिकारी ने निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया है।
शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण को लेकर कानपुर देहात के जिलाधिकारी डॉ. दिनेशचंद्र ने बताया कि बिकरू कांड में आरोपित अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी के नाम जारी दो शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए थे जिन्हें तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।