गुवाहाटी। असम के मोरीगांव और नागांव जिलों से पाकिस्तानी एजेंटों को कथित तौर पर सिम कार्ड मुहैया कराने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और हैंडसेट समेत कई दूसरी सामाग्रियां जब्त की गई हैं जिनका इस्तेमाल एक विदेशी दूतावास के साथ रक्षा संबंधी सूचनाएं साझा करने के लिए किया जाता था।
असम पुलिस के प्रवक्ता प्रशांत भुइंयां ने कहा कि खुफिया ब्यूरो और दूसरे सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर मंगलवार रात चलाए गए अभियान के दौरान ये गिरफ्तारियां की गईं।
उन्होंने बताया कि ऐसी जानकारी मिली थी कि इन दो जिलों में करीब 10 लोगों ने फर्जीवाड़ा कर सिम कार्ड खरीदे और कुछ पाकिस्तान एजेंट को मुहैया कराए। यह देश की अखंडता और संप्रभुता के खिलाफ काम है। भुइंयां ने कहा कि मंगलवार रात 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान आशिकुल इस्लाम, बदरुद्दीन, मिजानुर रहमान, बहारुल इस्लाम और वहीदुज्जमां के रूप में हुई है। इनमें बहारुल इस्लाम मोरीगांव जिले का निवासी है और शेष सभी नागांव के रहने वाले हैं।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों और पांच फरार लोगों के मकानों से 18 मोबाइल फोन, 136 सिम कार्ड, एक फिंगरप्रिंट स्कैनर, एक हाईटेक सीपीयू और कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि आशिकुल इस्लाम दो आईएमईआई नंबर के साथ मोबाइल हैंडसेट का इस्तेमाल कर रहा था। इससे व्हाट्सअप कॉल किया गया और एक विदेशी दूतावास के साथ रक्षा संबधी सूचना साझा की गई। भाषा Edited By : Sudhir Sharma