देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले में साधु पर हुए हमले से हडकंप मच गया है। गाजियाबाद के डासना क्षेत्र स्थित प्राचीन देवी के मंदिर में बिहार से आये एक साधु पर अज्ञात हमलावरों ने चाकू से हमला कर दिया। साधु की चींख सुनकर आसपास में सो रहे साधु-महंत भी उठ गये और मंदिर मे अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में स्वामी नरेशानंद को लेकर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
गौरतलब है कि गाजियाबाद के डासना में प्राचीन देवी मंदिर पहले भी कई बार सुर्खियों में रहा है। क्योंकि इसके महंत नरसिंहानंद अपने बेबाक बयानों के चलते सुर्खियों में बने रहते है। नरसिंहानंद की गिनती फायरब्रांड महंतों में की जाती है, उनके ऊपर भी पहले कई बार हमले की साजिश रची जा चुकी है। जिसके चलते इस देवी मंदिर की सुरक्षा में पुलिस बल भी तैनात रहता है। ऐसे में पुलिस सुरक्षा भेद कर मंदिर परिसर में घुसकर साधु पर हमला करके हमलावरों का भाग जाना पुलिस व्यवस्था की पोल खोल रहा है।
बिहार दरभंगा के रहने वाले स्वामी नरेशानंद महंत नरसिंहानंद के शिष्य हैं। नरेशानंद जंतर-मंतर पर चल रहे आंदोलन में शिरकत करने आयें थे और बीती 7 तारीख से वह प्राचीन देवी मंदिर में रह रहे थे। मंगलवार तड़के ही सोते समय उन पर मंदिर प्रांगण में अज्ञात हमलावर ने चाकू से हमला कर दिया और आसानी से फरार हो गए।
घायल स्वामी को हास्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। वही घटना की जानकारी मिलते ही जसपी इरज राजा मौके पर पुलिस टीम के साथ पहुंचे।
फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित करते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल अज्ञात में मामला दर्ज किया गया है, घायल नरेशानंद के साथियों के बयान दर्ज किये जा रहें है। जल्दी ही पुलिस हमलावरों तक पहुंच जायेंगी।
वहीं प्राचीन देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती का कहना है कि इस्लाम के जेहादी बार-बार उन्हें और देवी मंदिर को टारगेट कर रहे है। आज भी यह हमला उन पर होना था, लेकिन निशाना बन गए स्वामी नरेशानंद। मंदिर महंत ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि पुलिस की तैनाती के बाद भी मंदिर में सो रहे महंत पर जानलेवा हमला हुआ है, तो आगामी दिनों में कुछ भी संभव है।