नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली स्थित बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद सफदरजंग अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर लौट आए हैं। उन्हें 17 जून को खुदकुशी की कोशिश के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पुलिस ने बताया था कि 81 वर्षीय प्रसाद ने शराब में नींद की गोलियां मिलाकर पी ली थीं जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि प्रसाद बृहस्पतिवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर लौटे और आराम कर रहे हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार प्रसाद ने पुलिस को बताया था कि उन्हें अनेक लोग फोन करके यूट्यूबर गौरव वासन से माफी मांगने के लिए कह रहे हैं। इससे वह परेशान हो गए और यह कदम उठाया। इस संबंध में अभी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
प्रसाद ने घर लौटने के बाद कहा कि मुझे बृहस्पतिवार को अस्पताल से छुट्टी दी गई। मैं चाहता हूं कि वासन हमेशा खुश रहे और हमें अपने हाल पर छोड़ दीजिए।
हालांकि वासन ने कहा कि उन्हें पता नहीं कि कौन लोग प्रसाद को फोन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे कैसे पता होगा कि कौन लोग उन्हें फोन कर रहे हैं और मुझसे माफी मांगने को क्यों कह रहे हैं? जब मैंने उन्हें मीडिया में मुझसे माफी मांगते देखा तो मैं उनसे मिलने गया था। उन्होंने मुझसे खेद जताया। मुझे बुरा लगा और कहा कि वह बड़े हैं और ऐसा नहीं करें।
प्रसाद पिछले साल तब खबरों में आये थे जब एक वीडियो में उन्हें ढाबे पर कम ग्राहक आने और आर्थिक परेशानी होने की बात करते सुना गया था। इसके बाद उन्हें पूरे देश से आर्थिक मदद मिलने लगी और उनके ढाबे पर ग्राहकों की संख्या बढ़ गयी। वह वीडियो सोशल मीडिया पर गौरव वासन ने ही बनाकर डाला था।
बाद में प्रसाद ने मदद से मिले पैसे के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए वासन के खिलाफ ही शिकायत दर्ज करा दी। प्रसाद ने एक रेस्तरां भी खोल लिया, लेकिन वह नहीं चला और बंद करना पड़ा। तब प्रसाद अपने ढाबे पर ही लौट आए और उन्होंने वासन से माफी मांगी। इसके बाद वासन उनसे मिलने पहुंचे।