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बेटियां पैदा करने की सजा, बेटियां बनीं अभिशाप...

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, गुरुवार, 9 जून 2016 (21:44 IST)
कीर्ति राजेश चौ‍रसिया
 
सागर। पूरे देश में जहां 'बेटी बचाव, बेटी पढ़ाओ' अभियान अपने शबाब पर है, वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के सागर में एक ऐसा प्रकरण भी सामने आया है, जहां बेटियां पैदा करने की सजा न सिर्फ मां को मिल रही है, बल्कि खुद बेटियां भी भुगत रही हैं।  
मध्यप्रदेश सरकार ने बेटियों को लेकर कई योजनाएं चला रखी हैं, लेकिन बुंदेलखंड में आज भी रूढ़िवादी परम्पराए कायम है और इनके चलते बेटियों को लेकर कई मामले सामने आते रहते हैं।
 
  सागर के गोपालगंज थाना क्षेत्र की गुरुघासी दास कॉलोनी में रहने वाली रचना रायकवार पति ने जुल्म से इतनी आजीज हो गई कि उसने अपनी 6 बेटियों के साथ जाकर एसपी से न्याय की गुहार लगाई। रचना का कसूर सिर्फ इतना है कि उसने 6 बेटियों को जन्म दिया। वह बेटा पैदा नहीं कर पाई... 
 
रचना का विवाह गोपालगंज थाना क्षेत्र की गुरुघासी दास कॉलोनी में रहने वाले रूपचंद रायकवार से हुआ। विवाह के बाद उनके घर में 6 लड़कियों ने जन्म लिया। रचना का पति उससे मारपीट करता था कि वह बेटा पैदा नहीं कर सकी। यही नहीं, वह पत्नी के अलावा बेटियों से भी मारपीट करता था। 
 
रचना का आरोप है कि उसका पति पहली बेटी के बाद से ही प्रताड़ित कर रहा है। जैसे-जैसे घर में एक के बाद बाद एक बेटियां आती गई, मारपीट का सिलसिला भी बढ़ता गया। मारपीट के अलावा उसे और उसकी बेटियों को तरह-तरह की यातनाएं भी सहनी पड़ीं। 
 
आखिरकार पति के अत्याचारों और मारपीट से तंग आकर रचना ने अपनी बेटियों के साथ एसपी को शिकायत की है। शिकायत के बाद पुलिस अधिकारी ने इस मामले को संबंधित थाने को सौंप दिया है।

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