मनीष कौरव को विश्वास नहीं था कि वह हांगझोउ में एशियाई पैरा खेलों में पदक जीतने में सफल रहेंगे लेकिन तभी उन्हें अपनी पत्नी और भारतीय पैरा कैनोइन टीम की साथी प्राची यादव की बात याद आ गई कि हम खाली हाथ वापस नहीं लौटेंगे।
इस भारतीय युगल ने एशियाई पैरा खेलों में पदक जीतकर विशेष उपलब्धि हासिल की। प्राची ने मंगलवार को कैनो केएल2 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने सोमवार को वीएल2 वर्ग में रजत पदक हासिल किया था। मनीष ने मंगलवार को पुरुषों की कैनो केएल3 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
प्राची ने हांगझोउ से पीटीआई से कहा,हम दोनों भोपाल में एमपी वॉटर स्पोर्ट्स अकादमी में प्रशिक्षण के दौरान एक दूसरे से मिले थे और तीन साल पहले हमने शादी की थी। यह हमारे लिए सबसे अच्छी बात थी।।
उन्होंने कहा,हम एक दूसरे का समर्थन करते हैं तथा खेल के अपने करियर में उतार चढ़ाव में एक दूसरे का साथ देते हैं। हम एक दूसरे को प्रेरित करते हैं।तोक्यो पैरालंपिक में भाग ले चुकी प्राची मंगलवार को पूरे आत्मविश्वास के साथ प्रतियोगिता में उतरी थी लेकिन मनीष पदक जीतने को लेकर आश्वस्त नहीं थे।
मनीष ने कहा,प्रत्येक खिलाड़ी पदक जीतने के लिए ही प्रतियोगिता में भाग लेता है लेकिन आप पदक जीत पाओगे यह पक्का नहीं होता है।उन्होंने कहा,लेकिन मुझे याद आया कि प्राची ने मेरी स्पर्धा से पहले कहा था कि हमें इन खेलों से खाली हाथ नहीं लौटना है। इससे मुझे नई ऊर्जा और आत्मविश्वास मिला। वह मेरा हौसला बढ़ाती है। मैं हमेशा सोचता हूं कि अगर वह पदक जीत सकती है तो फिर मैं क्यों नहीं। मुझे यह पदक उसकी बदौलत मिला है।(भाषा)