बिहार में लालू प्रसाद यादव परिवार पर ईडी और सीबीआई की कार्रवाई के चलते उनके नेता और विधायक आपा खोते नजर आ रहे हैं। इसी के चलते एक विधायक और मंत्री चंद्रशेखर ने सीबीआई की तुलना कुत्ते से की है। साथ ही कहा कि राजद की रैली हर हाल में 27 अगस्त को होगी। यदि लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव जेल भी चले जाते हैं, तो उनकी तस्वीर रखकर रैली का आयोजन किया जाएगा।
चंद्रशेखर ने कहा कि सीबीआई तोता नहीं, कुत्ते की तरह काम कर रही है। लालू यादव को नाईट वाचमैन नहीं हैं। देश के बड़े नेता हैं। उनसे डरकर ही भाजपा सरकार उन्हें परेशान कर रही है। रैली किसी भी हाल में होगी। लालू गिरफ्तार हो जाएंगे तो उनकी तस्वीर रखकर करेंगे रैली।
गौरतलब है कि राजद के स्थापना दिवस के अवसर पर लालू यादव ने अपने कार्यकर्ताओं से पूछा था कि यदि मैं जेल चला जाऊंगा तो आप क्या करेंगे। लालू के इस सवाल पर कार्यकर्ताओं ने कहा था कि हम हर हाल में रैली करेंगे।
श्रीकृष्ण चेतना परिषद भवन में राजद आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ की बैठक में राजद नेताओं ने रविवार को भाजपा के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसियों की भी खिंचाई की। राजद नेताओं ने जदयू को भी निशाने पर लिया और महागठबंधन में राज करते हुए विध्वंस की भाषा बोलने का आरोप लगाया।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष घुवंश प्रसाद सिंह ने जदयू के प्रवक्ताओं को गरिहंडा (गाली देना वाला) बताया और कहा कि उनकी नौकरी गाली देने की ही है। राजद ने जिन्हें ताज सौंपा, वह भी भाजपा की तरह बोलने लगे हैं। रघुवंश ने शरद यादव को अनुभवी नेता बताया और कहा कि उनकी अपील माननी चाहिए।
लालू परिवार पर संकट को रघुवंश ने सुल्तानी आपदा करार दिया और कहा कि देश में दो तरह की आपदाएं हैं। स्थानीय और सुल्तानी। राजद को सुल्तानी आपदा से लडऩा पड़ रहा है। सीबीआइ, ईडी एवं आइटी इसी तरह की आपदा है। तेजस्वी को निर्दोष बताते हुए रघुवंश ने कहा कि राजद ने इससे भी बड़ी आपदा देखी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए रघुवंश ने कहा कि महात्मा गांधी के चश्मे को सलाम किया जाता है, लेकिन उपराष्ट्रपति चुनाव में उनके पोते गोपाल कृष्ण गांधी का विरोध किया जा रहा है।