BJD fielded four women candidates in the assembly elections : ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 4 महिलाओं को उनके पतियों की बजाए उम्मीदवार बनाया है। इन महिलाओं के पति 2019 के चुनाव में जीते थे या तो दूसरे स्थान पर रहे थे। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की।
बीजद के अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की। ओडिशा में विधानसभा चुनाव राज्य की सभी लोकसभा सीट पर चार चरणों में 13 मई, 20, 25 मई और एक जून को होने वाले मतदान के साथ होंगे।
सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर 2019 में नबरंगपुर से बीजद विधायक बनने वाले सदाशिव प्रधानी को दोबारा उम्मीदवार नहीं बनाया गया बल्कि उनकी जगह उनकी पत्नी कौशल्या प्रधानी को टिकट दी गई है। बीजद ने सूरादा से तीन बार विधायक के पद पर रहे पूर्ण चंद्र स्वैन को भी टिकट नहीं दिया। उनकी जगह उनकी पत्नी संघमित्रा स्वैन को उनकी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। पूर्ण चंद्र स्वैन 2009, 2014 और 2019 में विधायक चुने गए थे।
उमरकोट विधानसभा सीट पर बीजद ने 2019 में सुभाष गोंड को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार नित्यानंद गोंड ने उन्हें हरा दिया था। इस बार नवीन पटनायक ने सुभाष को टिकट नहीं दिया बल्कि उमरकोट सीट से उनकी पत्नी नबीना नायक को उम्मीदवार बनाया है।
मुख्यमंत्री पटनायक ने बालासोर जिले की बस्ता विधानसभा सीट से सुभाषिनी जेना को टिकट दिया है। सुभाषिनी बालासोर से 2014 में चुने गए पूर्व सांसद रबींद्र जेना की पत्नी हैं। रबींद्र जेना 2019 में भाजपा के प्रताप सारंगी से लोकसभा चुनाव हार गए थे।
बीजद अध्यक्ष द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए जारी की गई सूची में कौशल्या हिकाका को कोरापुट निर्वाचन क्षेत्र से इस बार भी उम्मीदवार बनाया गया है। 2019 के आम चुनाव में वह कांग्रेस उम्मीदवार सप्तगिरी उलाका से 3,613 वोटों के मामूली अंतर से हार गई थीं। कौशल्या 2014 में कोरापुट लोकसभा क्षेत्र से चुने गए पूर्व सांसद झीना हिकाका की पत्नी हैं।
पटनायक ने दो पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एसएन पात्रो और महेश्वर मोहंती के बेटों को भी प्रत्याशी बनाया है। एसएन पात्रो के बेटे बिप्लब दिगपंडी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे तो वहीं, महेश्वर मोहंती के बेटे सुनील पुरी विधानसभा सीट से मैदान में उतरेंगे।
चिकिती के विधायक और मंत्री उषा देवी के बेटे चिन्मयानंद श्रीरूप देब को उनकी मां की सीट से टिकट दिया गया है। उषा देवी 1990, 2000, 2004, 2009, 2014 और 2019 में चिकिती विधानसभा सीट से जीती थीं। वह 2011 से नवीन पटनायक सरकार में मंत्री हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour