पटना। बिहार में सत्तारुढ़ गठबंधन की प्रमुख सहयोगी पार्टी भाजपा ने प्रशासन पर विभिन्न जिलों में हाल में सांप्रदायिक हिंसा के बाद बहुसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ पक्षपातपूर्ण तरीके से कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार, राज्य विधानसभा में मुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा, विधायक संजीव चौरसिया और मीडिया प्रभारी पंकज सिंह के शिष्टमंडल ने शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक केएस द्विवेदी को दिए गए एक ज्ञापन में यह आरोप लगाया।
पंकज सिंह ने बताया कि ज्ञापन में यह कहा गया है कि औरंगाबाद, नालंदा और समस्तीपुर जैसे जिलों में बहुसंख्यक समुदाय ने अल्पसंख्यक समुदाय के असामाजिक तत्वों की उकसावे की कार्रवाइयों के बाद ही आक्रमण किया।
भाजपा शिष्टमंडल ने यह भी आरोप लगाया कि रामनवमी के आसपास हुई घटनाओं के बाद बड़ी संख्या में बहुसंख्यक समुदाय के लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि प्रशासन ने अल्पसंख्यकों के प्रति नरमी बरती। भाजपा शिष्टमंडल ने सभी निर्दोष लोगों को रिहा करने और इन घटनाओं के दौरान पुलिस की तरफ से अपनाए गए कथित पक्षपातपूर्ण रुख की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
बजट सत्र के दौरान राज्य विधानसभा में राजद, कांग्रेस और भाकपा (माले) ने राज्य में सांप्रदायिक हिंसा के उभार का मुद्दा कई बार उठाया था। अनेक मौकों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सांप्रदायिक हिंसा पर अप्रसन्नता जताई। (भाषा)