राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस इस बार बीएमसी के चुनाव के लिए उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना से गठबंधन करना चाहती है लेकिन उद्धव ने कहा कि गठबंधन को लेकर उनके पास कोई प्रस्ताव नहीं आया है। शिवसेना अध्यक्ष ने कहा, हम पूरे संकल्प के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे। हम किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। हम अपने बल पर चुनाव लड़ेंगे।
उद्धव के बयान पर मनसे नेता बाला नंदगावंकर ने कहा, "मैं खुद मातोश्री गया था और मुंबई के हित में गठबंधन का प्रस्ताव दिया था। लेकिन अगर उद्धव ठाकरे कहते हैं कि कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया तो फिर मैं झूठ बोल रहा हूं।" उधर, मनसे के एक सूत्र ने कहा कि शिवसेना को दिए प्रस्ताव में कहा गया है कि मनसे को वो सीटें दी जाएं जो फिलहाल उसके पास हैं। बीएमसी में मनसे के 28 कारपोरेटर हैं।
राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे के सूत्रों ने कहा था कि शिवसेना के साथ तालमेल बैठाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। चुनाव पूर्व समझौता करने से इनकार कर चुकी शिवसेना बीजेपी के बिना ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मनसे एक तरह से विश्वास की कमी और विश्वसनीयता के संकट से जूझ रही है।
दरअसल जब से शिवसेना ने भाजपा से अपना गठबंधन तोड़ा है, तब से राज ठाकरे इस मौके का फायदा उठाने की कोशिश में लगे हैं। बीएमसी चुनाव के लिए राज ठाकरे की शिवसेना के साथ गठबंधन करना चाहते हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि जब उद्धव ठाकरे ने उनका फोन नहीं उठाया तो राज ठाकरे ने अपने खास नेता बाला नांदगांवकर को प्रस्ताव लेकर उद्धव के घर मातोश्री भेजा था।