लखनऊ। स्टिंग ऑपरेशन में रिश्वत लेने के आरोपी के तौर पर सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों के निजी सचिवों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि पिछले दिनों एक निजी चैनल पर तीन सचिवालय कर्मियों के विरुद्ध दिखाई गई रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निलम्बित किए गए तीनों कर्मियों ओम प्रकाश कश्यप, राम नरेश त्रिपाठी और संतोष कुमार अवस्थी को शनिवार को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
मालूम हो कि एक निजी खबरिया चैनल ने गत 26 दिसम्बर को पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप, खनन राज्यमंत्री अर्चना पाण्डेय के निजी सचिव राम नरेश त्रिपाठी और बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी का स्टिंग ऑपरेशन किया था। इसमें इन कर्मियों को काम कराने के बदले रिश्वत मांगते दिखाया गया था।
मुख्यमंत्री ने स्टिंग ऑपरेशन सामने आने के बाद इन तीनों को तत्काल निलम्बित करने तथा उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही कर मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए थे। उनके आदेश पर इस प्रकरण की जांच के लिए विशेष दल (एसआईटी) भी गठित किया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि सचिवालय प्रशासन विभाग के उप सचिव ने गत 28 दिसम्बर को लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। मामले की जांच के लिये उसी दिन लखनऊ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया था। (भाषा)