तापी (गुजरात)। गुजरात के तापी जिले के दोसवाड़ा में जस्ता गलाने के एक संयंत्र के निर्माण के विरोध में हुए प्रदर्शन के एक दिन बाद 200-250 अज्ञात लोगों की भीड़ पर मंगलवार को हत्या तथा अन्य आरोपों में मामले दर्ज किए गए। इस विरोध प्रदर्शन के हिंसक रूप ले लेने की घटना में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे जिनमें से 2 की हालत गंभीर है।
अधिकारियों ने बताया कि संयंत्र के निर्माण के संबंध में गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा सोमवार को आयोजित एक जनसुनवाई के दौरान लगभग 2 दर्जन जनजातीय गांवों के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन हिंसक होने के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के 118 गोले छोड़ने पड़े थे और 2 हथगोलों का इस्तेमाल किया गया था।
सोनगढ़ पुलिस थाने के उपनिरीक्षक राजेश वसावा ने बताया कि 200-250 अज्ञात लोगों की भीड़ पर भारतीय दंड संहिता, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना कानून तथा आपदा प्रबंधन कानून की विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार कलेक्टर द्वारा जनसुनवाई रद्द करने के बाद स्थल से जा रहे कुछ लोगों ने सड़क को अवरुद्ध किया और अपनी मांग मनवाने के लिए कलेक्टर से लिखित में आश्वासन मांगा। उन्होंने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र को खाली करवाने आए पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। अधिकारियों ने कहा कि घटना में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए जिसमें एक उपाधीक्षक और निरीक्षक भी शामिल हैं। होमगार्ड के 2 कांस्टेबल को सिर में गंभीर चोट आई है जिसमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने कहा कि उनके 10 वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।(भाषा)