नई दिल्ली। सीबीआई ने 2011 में तलवंडी साबो बिजली परियोजना के निर्माण में शामिल चीनी कर्मचारियों को 263 वीजा जारी करने के लिए कथित तौर पर रिश्वत लेने के मामले में सांसद कार्ति चिदंबरम से शनिवार को लगातार तीसरे दिन पूछताछ की।
सीबीआई गुरुवार से कार्ति से 11 साल पुराने मामले में पूछताछ कर रही है। कांग्रेस नेता ने इसे फर्जी और राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम बताया है। यह मामला 2011 का है, जब कार्ति के पिता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे।
सीबीआई ने कार्ति और अन्य के खिलाफ वेदांता समूह की कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टीएसपीएल) के एक शीर्ष अधिकारी द्वारा उन्हें और उनके करीबी एस भास्कररमन को कथित तौर पर 50 लाख रुपए की रिश्वत दिए जाने के मामले में 14 मई को प्राथमिकी दर्ज की थी।
सीबीआई की प्राथमिकी में कहा गया है कि रिश्वत लेकर 263 चीनी कामगारों के लिए परियोजना वीजा जारी किया गया। टीएसपीएल पंजाब में बिजली संयंत्र स्थापित कर रही थी।
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि परियोजना वीजा 2010 में बिजली और इस्पात क्षेत्र के लिए पेश किए गए एक विशेष प्रकार के वीजा थे, जिसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में पी चिदंबरम के कार्यकाल के दौरान जारी किए गए थे। हालांकि, इन्हें फिर से जारी करने का कोई प्रावधान नहीं था। जांच एजेंसी इस मामले में भास्कररमन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। (भाषा)