जम्मू। जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगी अग्रिम चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलाबारी की जिसमें एक महिला की मौत हो गई और पांच अन्य नागरिक घायल हो गए। हाल के दिनों में पाकिस्तान द्वारा किया गया यह पांचवां संघर्ष विराम उल्लंघन है।
पुलिस के अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात से अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेजरों ने भारी मोर्टार का इस्तेमाल किया और दर्जनों अग्रिम चौकियों एवं कई गांवों को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि अरनिया बस स्टैंड पर 10-12 से अधिक गोले फटे।
पुलिस ने बताया कि गोलाबारी में तीन महिलाओं सहित छह लोग घायल हो गए और उन्हें जीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर रतनो देवी का रविवार को निधन हो गया।
उन्होंने बताया कि कुछ घरों सहित एक दर्जन से अधिक संरचनाओं को नुकसान पहुंचा। उन्होंने बताया कि जोफराम गांव में गोलाबारी में चार पशुओं की मौत हो गयी।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कल मध्यरात्रि से आज सुबह तक अरनिया सेक्टर में भारी गोलीबारी और रूक-रूक कर गोलाबारी होती रही। उन्होंने बताया कि यह सिलसिला आज सुबह थमा।
शनिवार को पाकिस्तानी जवानों ने अग्रिम चौकियों और अरनिया सेक्टर के सीमावर्ती छोटे गांवों पर छोटे और बड़े हथियारों से गोलीबारी की थी।
पाकिस्तान की ओर से 15 सितंबर को की गई गोलीबारी में गोली लगने से 32 वर्षीय कांस्टेबल बिजेन्द्र बहादुर घायल हो गया था जिसका बाद में देहांत हो गया।
राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में 14 सितंबर को नियंत्रण रेखा से लगे इलाकों में पाकिस्तान की ओर की गई गोलीबारी में एक महिला घायल हो गई थी।
13 सितंबर को पाकिस्तानी रेजरों ने जम्मू जिले में अखनूर इलाके के परगवाल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे ब्राह्मन बेल्ला और रायपुर बार्डर की अग्रिम चौकियों (बीओपीएस) पर गोलाबारी की जिसके कारण बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया।
13 सितंबर को ही एक अन्य संघर्ष विराम उल्लंघन में पाकिस्तानी सेना ने पुंछ में मनकोटे, सब्जियां और दिगवार के अग्रिम इलाकों में नियंत्रण रेखा पर स्थित भारतीय चौकियों पर गोलाबारी की थी। इस गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान और तीन नागरिक घायल हो गए थे। (भाषा)