इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज एक दिवसीय भ्रमण पर इंदौर संभाग के बुरहानपुर पहुंचे। यहां उन्होंने लगभग पौने 200 करोड़ रुपए लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूर्व सांसद स्व. श्री नंदकुमार सिंह चौहान के अधूरे सपनों को साकार करने में प्रदेश सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बुरहानपुर जिले के विकास के लिए पूर्व सांसद स्व.श्री चौहान के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि बिना नंदू भैया के बुरहानपुर जिले के विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती। मुख्यमंत्री चौहान ने बुरहानपुर में आयोजित कार्यक्रम में लगभग 106 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। चौहान ने कार्यक्रम में 67 करोड़ रुपए लागत के कार्यों का भूमिपूजन भी किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री चौहान ने एक जिला एक उत्पाद के तहत चयनित केले की फसल के प्रतीक चिन्ह को मास्क लगाकर नागरिकों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बुरहानपुर सबसे मीठे केले के लिए देश-विदेश में जाना जाता है। केले की गुणवत्ता में और सुधार कर इसका निर्यात बढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 की तीसरी संभावित लहर की तैयारियों के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा तैयार कार्ययोजना की पुस्तिका का विमोचन भी किया। उन्होंने इस दौरान बुरहानपुर जिले के आत्मनिर्भर रोडमैप-2023 संबंधी पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने 5 चिकित्सकों का कोरोना योद्धा के रूप में सम्मान किया।
उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के संबंध में बुरहानपुर मॉडल की देशभर में प्रशंसा हो रही है। मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को बुरहानपुर के परमानंदजी गोविंदजीवाला ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल, विधायक सुरेन्द्र सिंह, विधायक नेपानगर श्रीमती सुमित्रा कास्डेकर, पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस, मनोज लधवे, ज्ञानेश्वर पाटिल, श्रीमती गायत्री राजाराम पाटीदार तथा कमिश्नर इंदौर संभाग डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर प्रवीण सिंह, जनप्रतिनिधि व अधिकारीगण उपस्थित थे।