देहरादून। गुरुवार को मोदी सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में युवा बेरोजगारों ने जमकर प्रदर्शन की शुरुआत कर दी है। कई जगह केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई है। आगामी दिनों में इस आंदोलन की लपटें पूरे प्रदेश में धधकने की आशंका है।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया उत्तराखंड सरकार ने तय किया है कि अग्निपथ योजना के अंतर्गत मां भारती की सेवा के उपरांत अग्निवीरों को राज्य सरकार उत्तराखंड पुलिस आपदा प्रबंधन, चार धाम यात्रा प्रबंधन सहित अनेक सेवाओं में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए नियम जल्द ही बनाए जाएंगे।
देहरादून से लेकर राज्य के सीमान्त के भी कई जिलों में अग्निपथ योजना को बेरोजगार संगठनों ने छलावा बताते हुए सड़क पर प्रदर्शन किया। सीमान्त जिले पिथौरागढ़, बागेश्वर, चम्पावत और यूपी से सटे उधमसिंहनगर में आंदोलन की आहट सुनाई दी है। आने वाले दिनों की इसी आहत को देख दूसरी ओर युवाओं के आंदोलन व विरोध को भांपते हुए मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने भी योजना के समर्थन में प्रेस वार्ता कर इसके लाभ गिनाए।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा स्थित पंत भवन में गुरुवार को केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के संबंध में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अशोक कुमार व विशेष सचिव अभिनव कुमार के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अगले 18 माह में 10 लाख नौकरियां देने के निर्णय ने युवाओं के सपनों को उड़ान देने का कार्य किया है।इस महाअभियान अग्निपथ के तहत सेना में अग्निवीरों को नियुक्त किया जाएगा। इस से न केवल देश के युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार मिलेगा बल्कि हमारी सेनाएं भी और अधिक युवा व सशक्त होंगी। इसमें 17 वर्ष से 21 वर्ष के युवाओं को सेना में भर्ती करने की शुरुआत आगामी 90 दिनों में हो जाएगी।
प्रदेश के युवाओं के सर्वांगीण विकास व उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु हमारी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और हम निरंतर इस दिशा में प्रयासरत रहेंगे। भारतीय सेना इस योजना के लागू होने के पश्चात आने वाले समय में और अधिक जोश के साथ तिरंगे की आन-बान और शान को बढ़ाने का कार्य करेगी। साथ ही इस योजना द्वारा देश को ऐसे युवाओं की एक बड़ी सौगात भी मिलेगी जो अनुशासित होंगे, राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत होंगे और जिनके लिए राष्ट्र सर्वोपरि होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की पहचान वीर भूमि के रूप में भी है। उन्होंने अग्निपथ योजना के लिए प्रदेश की सवा करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में व्याप्त आर्थिक संकट से हम सभी भलीभांति परिचित हैं, लेकिन इन हालातों के बीच एक भारत ही है जो अपने नागरिकों और विशेषकर युवाओं को आशा की किरण दिखाने में सफल हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सैनिक पुत्र होने के नाते स्वयं भी अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि मुख्य सेवक के रूप में इस योजना को उत्तराखंड में लागू करने का अवसर प्राप्त होगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना में भर्ती होने का सपना रखने वाले उत्तराखंड के युवाओं के लिए तो ये योजना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होने वाली है।
इस योजना के ऐलान के बाद मुझे प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से युवाओं के संदेश मिल रहे हैं जिनमें उन्होंने राष्ट्र सेवा की दिशा में किए गए इस अनुपम प्रयास के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है। इस योजना को लेकर देश का युवा अत्यंत उत्साहित है। एक अग्निवीर ने तो मुझे दो लाइनें भी लिख कर भेजी हैं जिसे मैं आप सभी के साथ साझा करना चाहता हूं।
उन्होंने लिखा कि 'अग्निमय हूं, अग्निरूप मैं अग्नि से आकंठ हूं हां मैं अग्निवीर हूं……
धधक रही राष्ट्र भक्ति की ज्वाला हृदय में धधक रही राष्ट्र भक्ति की ज्वाला हृदय में मैं उसी में आसक्त हूं।
हां मैं अग्निवीर हूं….
हां मैं अग्निवीर हूँ……”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना से उत्तराखण्ड का जुड़ाव सर्वविदित है, हमारे यहां के वीर सैनिकों की शौर्य गाथाओं से भारतीय सेना का इतिहास भरा पड़ा है।
यहां के हर घर से कोई न कोई वीर सैनिक अवश्य ही भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहा होता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवा को अग्निवीर बन राष्ट्र व राज्य का नाम रोशन करेंगे और अपने शौर्य व पराक्रम का परचम चारों दिशाओं में फहराएंगे।