कोयंबटूर (तमिलनाडु)। कोयंबटूर विस्फोट मामले के 6 आरोपियों में से एक ने पूछताछ के दौरान कबूल किया है कि वह केरल की जेल में 2 ऐसे लोगों से मिला था, जिनका श्रीलंका के ईस्टर बम विस्फोट में शामिल आईएसआईएस समूह से संबंध था। पुलिस ने कहा कि 5 आरोपियों को उनके घर ले जाया गया और तलाशी ली गई।
पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार फिरोज इस्माइल ने स्वीकार किया कि उसने केरल की एक जेल में बंद मोहम्मद अजहरुद्दीन और राशिद अली से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि उनकी मुलाकात के मकसद का पता लगाने के लिए आगे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कहा कि पांच आरोपियों को उनके घर ले जाया गया और तलाशी ली गई।
इस बीच, पुलिस ने कोयंबटूर जिले में वाहनों की जांच जारी रखी और सड़क किनारे खड़ी लावारिस मोटरसाइकल और कार को अपनी हिरासत में ले लिया। इसके अलावा अधिकारियों ने तमिलनाडु की केरल के साथ लगती सीमा पर पुलिस और वन चौकियों पर भी वाहनों की जांच तेज कर दी है। पुलिस राज्य के अन्य हिस्सों में भी संदिग्धों के परिसरों की तलाशी ले रही है।
दिवाली के एक दिन पहले यहां कार में लगे सिलेंडर में विस्फोट होने से उसमें सवार जेमिशा मुबीन की मौत हो गई थी। बाद में मुबीन के घर से पोटेशियम नाइट्रेट समेत 75 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया था। वहीं तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन रवि ने कार विस्फोट को एक बड़ा आतंकी हमला करने की कोशिश बताया।
उन्होंने कहा कि बाद में मिले विस्फोटक और रसायन यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि उन लोगों ने हमलों की एक श्रृंखला की योजना बनाई थी। वे यहां जेएसएस इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंस एंड हॉस्पिटल्स में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
रवि ने कहा, जिले में कुछ दिन पहले हुई घटना एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने का प्रयास था। सवाल यह है कि जब तमिलनाडु पुलिस ने कुछ घंटों के भीतर संदिग्धों को पकड़ लिया तो एनआईए को बुलाने में चार दिन से अधिक समय क्यों लगा?
उन्होंने कहा, आतंकवादी सभी के दुश्मन हैं और वे किसी के दोस्त नहीं हैं। हम जानते हैं कि आतंकवादी अलग-अलग काम नहीं करते हैं। वे एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं। वे लोग जो कर रहे थे, वह एक बड़ी साजिश का हिस्सा था। कोयंबटूर साजिश रचने वाले आतंकवादियों के लिए जानीमानी जगह है। रवि ने कहा, कार विस्फोट मामले में शामिल लोग विगत में हमारे रडार पर थे। हमसे कहां चूक हुई? क्या हमारी निगरानी प्रणाली ने काम नहीं किया?(भाषा)
Edited by : Chetan Gour