जम्मू। एक बार फिर लद्दाख सेक्टर में एलएसी पर चीन सीमा पर दोनों सेनाओं द्वारा अत्याधुनिक हथियारों व वाहनों की तैनाती सुर्खियां बनने लगी हैं। ताजा घटनाक्रम में चीनी सेना ने कई किस्म के तोपखानों के साथ ही पहाड़ों पर बर्फ में तेजी से दौड़ने वाले वाहनों की तैनाती करते हुए उनके फोटो सोशल मीडिया पर भी डाले हैं जबकि इससे पहले 1 साल पूर्व ही दोनों सेनाएं पैंगांग झील में अत्याधुनिक असॉल्ट मोटरबोटों के साथ ही अपनी अपनी नौसेना की शक्ति का प्रदर्शन कर चुकी हैं।
हालांकि जिस अत्याधुनिक वाहन के प्रति चीनी सेना सोशल मीडिया पर संदेश प्रसारित कर रहा है, वह दुर्गम स्थानों पर पहाड़ों व बर्फीले इलाकों में सैनिकों को भोजन व अन्य सामग्री तेजी से पहुंचाने के लिए उपयोग में लाए जा रहे हैं जबकि इसी प्रकार के वाहन भारतीय सीमा सुरक्षाबल गुजरात के कच्छ इलाके में पहले ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
इतना जरूर था कि पिछले साल सितंबर महीने में चीन ने अपनी नौसेना को भी पैंगोंग झील में अत्याधुनिक असॉल्ट मोटरबोटों के साथ उतारते हुए भारतीय पक्ष के लिए परेशानी पैदा की तो भारतीय सेना को भी पैंगांग झील में गश्त को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए फास्ट इंटरसेप्टर मोटर बोट उतारने पर मजबूर होना पड़ा था। इतना ही नहीं, 50 की संख्या में इसराइली स्पाइक टैंकरोधी मिसाइल लॉन्चर भी लद्दाख में एलएसी पर तैनात किए जा चुके हैं।
चीनी नौसेना की असॉल्ट मोटर बोट के प्रति विश्व की नौसेनाओं के प्रति जानकारी देने वाली वेबसाइट नेवलन्यूज डॉट कॉम ने भी पुष्टि की थी। उसके मुताबिक चीन ने हाल ही में तैयार की गईं 928-डी नामक असॉल्ट अत्याधुनिक मोटरबोटों को पैंगांग झील में तैनात किया है, जो देखने में छोटी लेकिन बेहतरीन हमलावर मोटरबोट्स मानी जाती हैं। इसमें एक समय पर 11 नौसनिकों को ले जाया जा सकता है तथा इसमें 3 मशीनगनों को तैनात करने की पोजिशनें भी हैं जबकि यह प्रति घंटे 38.9 नॉट की स्पीड से चलती है।