नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली शासन के एक मॉडल के रूप में उभरी है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को श्रद्धांजलि के तौर पर 27 सितंबर से सरकारी विद्यालयों में देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू करने और 2 अक्टूबर से आवासीय इलाकों में योग कक्षाएं आयोजित करने की घोषणा की।
दिल्ली सचिवालय में स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में केजरीवाल ने स्वतंत्रता सेनानियों के साथ ही साथ महामारी में लोगों की सेवा करते हुए जान गंवाने वाले डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने 27 सितंबर से सरकारी विद्यालयों में देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा कि यह एक गतिविधि आधारित पाठ्यक्रम होगा और विद्यालय के बच्चों को देश के विकास में योगदान देकर अपना शौर्य दिखाने और देश के लिए जान तक की कुर्बानी देने के लिए तैयार रहना सिखाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम बच्चों को विषयों की पढ़ाई कराते हैं लेकिन उन्हें कभी देशभक्ति नहीं सिखाते हैं। अब वे देशभक्ति की भावना के बारे में जानेंगे। मैं अभिभावकों से अपील करता हूं कि वे अपने बच्चों के घर लौटने के बाद देशभक्ति के बारे में बात करें। उन्होंने यह भी घोषणा की कि दिल्ली के सभागारों और उद्यानों में दो अक्टूबर से योग कक्षाएं आयोजित होंगी।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली ने पूरी दुनिया को योग दिया लेकिन अब यह खत्म होता जा रहा है। हर साल 21 जून को होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह से इतर योग को लेकर कुछ ख़ास नहीं हो रहा है। हम योग कक्षाएं शुरू करेंगे और योग शिक्षकों और प्रशिक्षकों की एक बड़ी टीम तैयार करेंगे। योग सीखने के इच्छुक 30-40 लोगों का एक समूह हमसे संपर्क कर सकता है और उन्हें योग प्रशिक्षक मुहैया कराएंगे।
सरकार की विभिन्न पहलों और कार्यक्रमों के बारे में उन्होंने कहा कि दिल्ली शासन की एक प्रयोगशाला के रूप में उभरी है और न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में इसकी पहलों पर चर्चा की जा रही है और इसे अपनाया जा रहा है। केजरीवाल ने महामारी के दौरान जान गंवाने वाले अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को सलाम करते हुए कहा कि सरकार ने उनके परिवार को कृतज्ञता जताते हुए और उनका सम्मान करने के लिए एक करोड़ रुपये की राशि दी है और उनसे कहा कि वे अकेले नहीं है।
केजरीवाल ने टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतनेवाले खिलाड़ियों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि देश को अगली बार 70 मेडल जीतने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार के खेल विश्वविद्यालय में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली 2047 के बाद शहर में ओलिंपिक की मेजबानी करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने लोगों से 2047 तक दिल्ली को दुनिया का सबसे अच्छा और रहने के लिए बेहतरीन शहर बनाने और भारत को दुनिया का मज़बूत राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करने की अपील की।
दिल्ली का अपना शिक्षा बोर्ड बनाने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालय में बच्चों की अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा की पहुंच होगी क्योंकि दिल्ली विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड के साथ समझौता किया है।