समुद्र तल से लगभग 14500 फुट ऊंचाई पर स्थित उच्च हिमालय पर सिख आस्था के प्रमुख केंद्र श्री हेमकुंड साहिब के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने के समय लगभग 2500 श्रद्धालु मौजूद थे।
श्री हेमकुंड साहिब जी की यात्रा इस वर्ष 20 मई को प्रारंभ हुई थी, इस दौरान 1 लाख 80 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने श्री हेमकुंड साहिब जी के दर्शन का पुण्य प्राप्त किया है। पूर्ण विधि-विधान के साथ अंतिम अरदास को करते हुए हेमकुंड साहिब जी के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।
इस अवसर पर गुरु वाणी, शब्द कीर्तन साल की अंतिम अरदास और हुक्मनामा पढ़ने के पश्चात सेना के इंजीनियर कोर, बैंड की सुमधुर धुन और पंच प्यारों की अगुवाई ने कपाट बंद होने के दृश्य को मनमोहक बना दिया। बैंड की अगुवाई में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी को सच खंड में सुशोभित किया गया।