रीवा। रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने विकासखंड के ग्राम रौसर में पहुंचकर संभाग में 'दस्तक' अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने आदिवासी बस्ती रौसर में स्वास्थ्य एवं महिला-बाल विकास विभाग के अमले के साथ प्रतीकस्वरूप कुछ घरों में स्वास्थ्य एवं पोषण की 'दस्तक' देकर बच्चों की जानकारी ली। उन्होंने स्वयं घर का दरवाजा खटखटाकर अभिभावकों से बच्चों के स्वास्थ्य के विषय में चर्चा की और उनकी अपने समक्ष जांच भी कराई।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन के निर्देशन में 10 जून से 20 जुलाई तक 'दस्तक' अभियान चलाया जाएगा जिसमें शून्य से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर आवश्यक उपचार एवं दवाएं प्रदान की जाएगी।
डॉ. भार्गव ने आदिवासी बस्ती रौसर में राजू कोल के घर दरवाजा खटखटाया तो अपने बच्चों के साथ राजू कोल की पत्नी अंजू कोल बाहर आईं। कमिश्नर डॉ. भार्गव एवं उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों ने उनके घर आने का मकसद समझाया। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की मंशा है प्रदेश में बच्चे स्वस्थ रहें, इसके लिए 'दस्तक' अभियान की शुरुआत की गई है।
अभियान के तहत स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारियों द्वारा घर-घर 'दस्तक' दी जाएगी। अगर बच्चे अस्वस्थ एवं कुपोषित होंगे तो आवश्यक उपचार और समझाइश भी दी जाएगी। बच्चों की जांच के माध्यम से उनकी बीमारियों का पता लगाया जाएगा।
उन्होंने अपने समक्ष अंजू और राजू कोल के जुड़वां बच्चों विराट और सम्राट के हीमोग्लोबिन की जांच कराई। जांच से पता चला कि बच्चे स्वस्थ हैं। इसी तरह उन्होंने अन्य घरों में भी 'दस्तक' दी और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण की जानकारी ली।
आदिवासी बस्ती रौसर में जब कमिश्नर डॉ. भार्गव घरों में 'दस्तक' दे रहे थे तो लोग हतप्रभ थे। उन्होंने गांव की आंगनवाड़ी में पहुंचकर बच्चों को उनकी पढ़ाई-लिखाई, नाश्ता, भोजन एवं खेलों की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को साफ-सफाई का महत्व समझाया और अपने समक्ष बच्चों को हाथ धुलाई का तरीका समझाया। (भाषा)