लखनऊ। गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौतों के सिलसिले में शनिवार को एक और नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि डॉ. कफील की गिरफ्तारी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गोरखपुर से की है।
कुमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में इन्सेफेलाइटिस वार्ड के प्रभारी रहे डॉ. कफील को एसटीएफ ने तड़के उस समय गिरफ्तार किया जब वह कहीं भागने की फिराक में था। गोरखपुर की एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को ही उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट भी जारी किया था।
इससे पहले एसटीएफ ने मेडिकल कॉलेज के निलंबित प्रिंसीपल डॉ. राजीव कुमार मिश्रा और उनकी पत्नी डॉ. पूर्णिमा शुक्ला को एसटीएफ ने कानपुर से गिरफ्तार किया था। एसटीएफ की नजर अब मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली फर्म के मालिक पर है। एसटीएफ ने उसकी गिरफ्तारी के लिए तानाबाना बुनना शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि अगस्त के दूसरे सप्ताह में बच्चों की हुईं मौतों को लेकर देश और प्रदेश में काफी हो-हल्ला मचा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने बच्चों की मौतों के दोषियों को किसी भी हालत में नहीं बख्शने की बार-बार चेतावनी दी थी। हालांकि ऑक्सीजन की आपूर्ति में आई बाधा को लेकर सरकार और अधिकारियों के परस्पर विरोधी बयान आए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दावे के साथ पत्रकारों से कहा था कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई है, लेकिन डॉ. मिश्रा और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की जारी प्रेस विज्ञप्ति में साफ कहा गया था कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से यह लोमहर्षक घटना हुई।
इस सिलसिले में चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. केके गुप्ता ने लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में पिछले दिनों 9 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखाई थी। बाद में यह एफआईआर गोरखपुर ट्रांसफर हो गई थी। (वार्ता)