Jammu and Kashmir News : जय देवा मिशन के संस्थापक स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज एवं शिवसेना (यूबीटी) जम्मू-कश्मीर ईकाई के प्रमुख मनीष साहनी ने मंदिरों की नगरी जम्मू में नशे के बढ़ते कारोबार और नशे की गिरफ्त में युवाओं की लगातार बढ़ती संख्या पर गहरी चिंता जताते हुए युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश देते हुए जम्मू-कश्मीर में शराब बंदी लागू करने की मांग की है।
शिवसेना प्रदेश कार्यालय जम्मू में आयोजित आज एक कार्यक्रम के दौरान स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज एवं शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख मनीष साहनी ने मंदिरों के शहर में नशा तस्करों की बढ़ती गतिविधियां एवं युवाओं में बढ़ती नशाखोरी की लत पर गहरी चिंता जताई।
स्वामी राजेश्वरानंद जी ने मुख्यत: युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि नशा नाश का द्वार है। जीवन में जितना नशे का आगमन होगा, उतना ही आप नाश की गोद में समा रहे हैं। साहनी ने कहा कि मंदिरों की नगरी में शराब की दुकानों की भरमार है, शहर के हर चौराहे और मोहल्ले में शराब की दुकानें खोल दी गई हैं।
शराब की दुकानें नशे की लत की पहली सीढ़ी है। इसके साथ ही चरस, भुक्की, अफीम और हेरोइन के तस्करों की सक्रियता भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। नशे के आदी युवाओं का भविष्य और जीवन खतरे में पड़ चुका है।
साहनी ने कहा कि वैस्टर्न कल्चर एवं फ्लेवर्ड हुक्के की तरफ युवाओं का बढ़ता आकर्षण हमारी सांस्कृतिक पहचान के विनाश का कारक साबित हो रहा है। जम्मू-कश्मीर की कुल आबादी 1.3 करोड़ में से लगभग 9-10 लाख लोग ड्रग्स की लत का शिकार हो चुके हैं। ऋषि-मुनियों, पीर-पैगंबरों तथा घरती पर स्वर्ग कहे जाने वाला जम्मू-कश्मीर नशे के कारोबार में तेजी से जकड़ता जा रहा है।
स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज व साहनी ने युवाओं को नशे से दूर रहने के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल माननीय मनोज सिन्हा से जम्मू-कश्मीर में शराबबंदी लागू करने की मांग की है।