मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ के सदर थाना क्षेत्र की भूसा मंडी में अवैध निर्माण तोड़ने पर बवाल हो गया। मौके पर गई कैंटोमेंट बोर्ड और पुलिस की टीम से स्थानीय लोगों ने बदतमीजी करते हुए मारपीट कर दी। पुलिसकर्मी का वायरलेस छीन लिया। इसके बाद वहां करीब 100 से ज्यादा झुग्गी झोपड़ी में आग लगा दी गई। हिंसा के बाद यहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और अगले आदेश तक जिला प्रशासन ने इंटनेट सेवा बंद करा दी है।
पुलिस प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि बुधवार दोपहर बाद सदर बाजार इलाके में मेरठ छावनी इलाके में पुलिस अवैध निर्माण ध्वस्त करने गई थी। इस दौरान स्थानीय लोगों ने मेरठ छावनी बोर्ड के अधिकारियों और पुलिस के साथ बदसलूकी करते हुए एक कर्मचारी के साथ मारपीट की और पुलिसकर्मी से वायरलेस छीन लिया। पुलिस का कहना है कि इस बीच अवांछनीय तत्वों ने झुग्गियों में आग लगा दी । इस घटना में 100 से ज्यादा झुग्गी झोपड़ी जल गई। आग की चपेट में एक धार्मिक स्थल भी आ गया।
उन्होंने बताया कि आग में वहां रखे सिलेंडरों में विस्फोट हो गया और घटना के विरोध में गुस्साए लोगों ने जमकर बवाल किया और कई बसों एवं वाहनो में जमकर तोड़फोड़ की। उपद्रवियों ने कई दुकानों में लूटपाट कर आग लगाने का भी प्रयास किया।
प्रवक्ता ने बताया कि रहीसु नामक व्यक्ति सदर बाजार इलाके में मकान का निर्माण करवा रहा था जबकि मेरठ छावनी बोर्ड के अधिकारी अनुज सिंह और सदर थाने की पुलिस ने निर्माण को अवैध बताकर ध्वस्त कर दिया। इसे लेकर स्थानीय लोग पुलिस और छावनी के अधिकारियों के साथ बदसलूकी करने लगे। गुस्साई भीड़ ने छावनी बोर्ड के एक कर्मचारी को पीट दिया और कांस्टेबल सतेंद्र से वायरलेस छीन लिया। भीड़ ने पुलिस से हथियार छीनने की भी कोशिश की।
बवाल बढ़ने पर इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इस घटना में महिला पुलिसकर्मी समेत कई लोगों के घायल होने की सूचना है।
इस घटना के सिलसिले में छावनी बोर्ड की ओर से करीब 50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। अभी मेरठ में तनाव पूर्ण शांति हैं। अधिकारियों ने अफवाह के चलते अगले आदेश तक इंटनेट सेवा बंद कर दी हैं। अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। (वार्ता)