भरतपुर। कोटा बैराज से चंबल नदी में भारी तादाद में पानी छोड़े जाने के बाद राजस्थान में भरतपुर संभाग के सवाई माधोपुर एवं धौलपुर जिलों में नदी किनारे बसे कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है तथा हालात बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर धौलपुर में सेना को बुलाया गया है।
चंबल नदी में कोटा बैराज से 4 लाख 87 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद धौलपुर में हालात के बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर अलवर से सेना के जवानों को धौलपुर बुलाया गया है। धौलपुर के प्रभारी एवं पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने बताया कि सेना की एक कंपनी को धौलपुर बुलाया गया है। इसके अलावा एसडीआरएफ एवं आरएसी को भी बुलाया गया है। ऐसे हालात में अधिकारियों के साथ बैठक करने एवं बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए सिंह भी धौलपुर पहुंच गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद इन दोनों जिलों में चंबल के किनारे बसे कई गांवों से जिला मुख्यालय का संपर्क कट गया तथा कुछ गांवों को खाली कराने के निर्देश भी जिला प्रशासन ने दिए हैं। चंबल के पूरी तरह उफान पर आने से सवाई माधोपुर के खंडार में पार्वती नदी के उफान के कारण टोंक शिवपुरी मेगा हाईवे रोड पूरी तरह बंद हो गया है। इससे दांतरदा पुलिया पर 4 फुट पानी की चादर चल रही है।
जिला कलेक्टर डॉ. एसपी सिंह मौके पर पहुंचे हैं और सेवतीकलां गांव खाली करने के निर्देश भी दिए हैं और वे सुरक्षा की दृष्टि से हालात पर नजरें बनाए हुए हैं। धौलपुर में लगातार पानी की आवक से नदी किनारे बसे कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटने के साथ खतरे के निशान से ऊपर 140.10 मीटर पर काफी तेज गति से बह रही चंबल नदी का पानी किसी भी समय 142 मीटर होने पर नदी का पानी चंबल के पुराने पुल पर आ सकता है। (सांकेतिक चित्र)