नई दिल्ली। माओवादियों से संबंधों के चलते नागपुर केन्द्रीय कारागार में बंद दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा ने आशंका जताई है कि वे जेल में कोरोनावायरस (Coronavirus) की चपेट में आ सकते हैं क्योंकि यह बीमारी उनके काफी करीब पहुंच चुकी है।
साईबाबा के परिवार ने यह बात कही है। उनके परिवार ने केन्द्र और महाराष्ट्र सरकार से उन्हें तत्काल जमानत या पैरोल पर रिहा करने की अपील की है ताकि उनका या तो हैदराबाद या फिर दिल्ली में उचित चिकित्सा उपचार दिया जा सके। हैदराबाद और दिल्ली में उनके परिवार के सदस्य रहते हैं।
जेल अधिकारियों ने 53 वर्षीय साईबाबा को अपनी हालत के बारे में अपने वकील और परिवार को बताने की विशेष अनुमति प्रदान की।(भाषा)