असम-मेघालय अंतरराज्यीय सीमा के पास एक विवादित क्षेत्र में फिर से झड़प हो गई, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के स्थानीय लोगों ने एक-दूसरे पर तीर-कमान और गुलेल से हमला किया। अधिकारियों के अनुसार, झड़प की यह घटना मेघालय के वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले और असम के वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिले के बीच सीमा पर लापांगप गांव में मंगलवार को हुई।
अधिकारियों ने बताया कि घटना में कार्बी आंगलोंग जिले का एक व्यक्ति घायल हो गया, जबकि मेघालय की ओर से किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई।
दोनों राज्यों के पुलिस दलों ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बात कर उन्हें समझाया जिसके बाद स्थिति नियंत्रित हुई।
मेघालय के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने झड़प वाले स्थान पर ग्रामीणों के जुटने पर रोक लगा दी। ऐसे में शांति तो है, लेकिन बुधवार को सुबह तक स्थिति तनावपूर्ण थी।
वेस्ट जंयतिया हिल्स जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए असम के वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिले में अपने समकक्षों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
लापांगप गांव के एक बुजुर्ग देइमोनमी लिंगदोह ने दावा किया कि गांव के किसान अपने धान के खेतों में काम कर रहे थे तभी खेतों के पास छिपे असम के लोगों ने उन पर गुलेल और तीर-कमान से हमला किया।
उन्होंने कहा कि जैसे ही हमले के बारे में जानकारी मिली तो हमारे गांव के लगभग 250-300 लोग घटनास्थल पर पहुंचे और जवाबी हमला किया। कल पूरे दिन तनाव बना रहा। उन्होंने जिला प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
वहीं, कार्बी आंगलोंग के तापत इलाके के स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि मंगलवार को जब वे अपने खेतों में काम कर रहे थे तो पड़ोसी राज्य मेघालय के लगभग 200 लोगों ने उन पर गुलेल, लाठियों और खंजर से हमला किया। झड़प के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
असम-मेघालय अंतरराज्यीय सीमा के एक विवादित खंड पर स्थित मुकरोह गांव में पिछले साल 22 नवंबर को हुई गोलीबारी की घटना में पांच मेघालय निवासियों और असम के एक वन रक्षक सहित कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई थी।
अंतरराज्यीय सीमा को पुनर्गठित करने के लिए दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच आधिकारिक वार्ता अग्रिम चरण में है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री वार्ता के एक और दौर के लिए अगले महीने की शुरुआत में बैठक करने वाले हैं।
असम और मेघालय ने मतभेद वाले 6 क्षेत्रों में विवाद को सुलझाने के लिए पिछले साल एक सीमा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। सूत्रों ने बताया कि मतभेद वाले बाकी छह इलाकों पर बातचीत अग्रिम चरण में है।