कोल्हापुर। जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को पाकिस्तानी सैनिकों की गोलाबारी में शहीद ऋषिकेश रामचंद्र जोंधले (Rishikesh Ramchandra Jondhale) का गगनभेदी नारों के बीच, उनके पैतृक गांव बहिरेवाड़ी में सैन्य सम्मान के साथ सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद ऋषिकेश का पार्थिव शरीर रविवार की रात पुणे के लोहगाँव हवाईअड्डे पर विशेष विमान से लाया गया था। हवाई अड्डे जवानों द्वारा सलामी देने के बाद शव को एम्बुलेंस द्वारा उनके पैतृक स्थान बहिरेवाड़ी गाँव लाया गया।
ऋषिकेश 21 वर्ष की आयु में पिछले साल ही सेना में शामिल हुए थे। बेलगाम में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें जम्मू कश्मीर में भेजा गया था। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास स्थान पर रखा गया और बाद में गांव के जिस स्कूल से उन्होंने शिक्षा ली थी, उसी स्कूल के प्रांगण में पूरे सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। शहीद के शव को उनके पिता ने मुखग्नि दी।
ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रिफ, सतेज पाटिल (जिला संरक्षक मंत्री), समरजीतसिंह घाटगे (भाजपा जिलाध्यक्ष), जिलाधिकारी दौलत देसाई, जिला पुलिस अधीक्षक बालकवडे, जिले के वरिष्ठ राजनीतिक नेता, शीर्ष सरकारी अधिकारी और जिले के हजारों लोग अंतिम संस्कार के समय उपस्थित थे।