लखनऊ। एक दलित बलात्कार पीड़िता ने 6 मई को लखनऊ में अपने सिर का मुंडन कर लिया। पीड़िता अनुसूचित जाति की अविवाहित युवती है। वह उच्च न्यायालय, लखनऊ बेंच में आरोपी सीनियर वकील सतीश कुमार शर्मा की जूनियरशिप में वकालत कर रही थी। आरोप है कि पीड़िता के साथ उसके सीनियर वकील सतीश कुमार शर्मा द्वारा धोखे से नशीला पदार्थ खिलाकर, अश्लील वीडियो बनाकर, उसकी आड़ में उसका लगातार दैहिक शोषण किया जाता रहा। अब पीड़िता को गैंगरेप की धमकी भी दी जा रही है।
पीड़िता का आरोप है कि गत माह 16 अप्रैल से 20 अप्रैल तक सतीश कुमार शर्मा द्वारा उसको बहुत ज्यादा प्रताड़ित किया गया व बुरी तरह मारा पीटा गया और दर्जनों बार बलात्कार किया गया, जिससे उसके पूरे शरीर तथा प्राइवेट पार्ट्स पर गंभीर चोटें आईं और काफी खून भी निकला।
पीड़िता का कहना है कि लखनऊ के नवीन हाईकोर्ट कार पार्किंग में बहुत बुरी तरह मारा गया तथा मुंह तोड़ दिया गया था, उसके बालों को कार के गेयर हैंडिल में बांधकर उसके मुंह में कपडा ठूंसकर उसको बुरी तरह प्रताड़ित किया गया। आरोपी वकील ने कहा कि उसके जीजा इसी हाईकोर्ट में बड़े सरकारी वकील हैं। छटपटाने पर उसने पीड़िता के बाल जो कि गियर से बांधकर रखे थे, उसे अपने हाथों से नोचने लगा, जिससे पीड़िता के आधे से ज्यादा बाल उखड़ गए, इसके बाद भी हैवान नहीं रूका और उसके साथ दरिंदगी की।
पीड़िता का कहना है कि उसके आधे बाल तो आरोपी जड़ से उखाड़ चुका है, अब बचे हुए बालों का कोई औचित्य नहीं है। जब तक दरिन्दे को सजा नहीं दिला देगी, अपने सिर पर बाल नहीं रखेगी।
प्रेस क्लब लखनऊ में पीड़िता ने बताया कि उसके बाद सतीश शर्मा ने पीड़िता को अधमरी हालत में अपनी गाड़ी यूपी31-8888 जिसे उसका ड्राइवर मुश्ताक चला रहा था, पर जबरन बिठाकर फैजाबाद रोड पर सुषमा हॉस्पीटल पर लाकर रिक्शे पर बैठा दिया और कहा मुंह से खून निकल रहा है साफ कर लो, दुपट्टे से मुंह और सर ढंक लो अगर किसी को कुछ भी बताया तो जान से मार दूंगा।
पीड़िता ने बताया कि वह घर के पास जाकर वह बेहोश होकर गिर गई। होश आने पर वह घर के अंदर थी तथा उसकी मां ने खून साफ कर कपड़े बदले। जब पीड़िता का भाई एफआईआर दर्ज कराने उसे लेकर थाने पहुंचा तो आरोपी तुरंत पीड़िता के घर अपने भाई, भतीजे, पत्नी और भाभी को लेकर पहुंच गया, जहां उसने मां को बुरी तरह मारा जिससे वह बेहोश हो गईं।
उसने कई बार पीड़िता को धमकाने के लिए फोन किया पर उसने रिसीव नहीं किया तब उसने उसके भाई के मोबाइल पर फोन किया और धमकी देने लगा कि अपनी बहन लेकर तुरंत वापस आओ वरना मैं अपनी पत्नी को मार डालूंगा और तुम्हारी बहन के खिलाफ एफआईआर लिखा दूंगा, इस धमकी की कॉल रिकार्डिंग पीड़िता ने पुलिस को उपलब्ध करा दी।
पीड़िता ने बताया कि राजधानी के गाजीपुर थाने की पुलिस ने बहुत ही मुश्किल से मुअसं 352/18 के तहत रिपोर्ट दर्ज की और कहा कि तुम वकीलों का मामला है तुम्हारे बार के पदाधिकारी एफआईआर के लिए मना कर रहे हैं। सतीश शर्मा के जीजा हाईकोर्ट के वकील एवं उनके भाई चिकित्सक हैं, जो कि मेडिकल रिपोर्ट मैनेज करने की धमकी दे रहे हैं।
पीड़िता ने बताया कि सतीश कुमार शर्मा की तरफ से उसे व उसके परिवार के सदस्यों की हत्या करने की बराबर धमकी मिल रही है। विवेचक अपना क्षेत्राधिकार न होने की बात कह कर सतीश शर्मा द्वारा किए गए घृणित अपराध को दबाने में लगे है। पीड़िता ने बताया कि 30 अप्रैल की रात को लगभग 10-12 गुंडे असलहों से लैस होकर उसकी व परिवार के सदस्यों की हत्या करने उद्देश्य से उसके घर हमला करने आए थे, जिसकी सीसीटीवी फुटेज भी उसने पुलिस को दी है।
पीड़िता ने आरोपी की कॉल रिकार्डिंग जारी करते हुए बताया कि आरोपी ने फोन करके उसे धमकाया कि वह मुश्ताक और विनय को लेकर आ रहा है और तीनों उसके साथ सेक्स करेंगे। जब उसने कहा सर हमको छोड दीजिए, तो आरोपी ने कहा कि हमारे पास से कुछ छूटता नहीं है। पीड़िता ने बताया कि चूंकि आरोपी स्वयं अधिवक्ता एवं लखीमपुर जिले का भाजपा नेता है, इसलिए पुलिस उसके खिलाफ कार्यवाही करने में हिचक रही है। अतः मामले की विवेचना सीबीआई से कराने, आरोपी की तत्काल गिरफतारी व परिवार की सुरक्षा की मांग की है।