पणजी। गोवा में मानसून की शुरुआत के मद्देनजर अधिकारियों ने समुद्र तटों को किसी भी तरह की गतिविधि के लिए बंद कर दिया है लेकिन इसके बावजूद यहां पर्यटकों का पहुंचना जारी है, उनकी संख्या हालांकि कम है। समुद्र तट पर बने अस्थायी ढांचों को मई के अंतिम सप्ताह में हटा दिया गया था वहीं राज्य पर्यटन विभाग ने जल क्रीड़ा गतिविधियों को भी बंद कर दिया है।
पर्यटकों के समुद्र तटों पर पहुंचने का सिलसिला इसके बावजूद नहीं थमा है, हालांकि उनकी संख्या जरूर कम हुई है। दक्षिण गोवा के कोलवा तट पर पर्यटक टैक्सी चलाने वाले अब्दुल शेख ने बताया कि मानसून के दौरान यहां बमुश्किल 20 प्रतिशत पर्यटक आते हैं। यहां कोई गतिविधि नहीं हो रही है। ऊंची लहरों के कारण समुद्र में तैरने के खिलाफ चेतावनी भी जारी की गई है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन लगभग बंद हो गया है और टैक्सी संचालकों के लिए कोई व्यवसाय नहीं रह गया है। कोलवा तट पर बुधवार को पर्यटकों को बारिश का आनंद लेते देखा गया, जबकि राज्य सरकार द्वारा नियुक्त निजी 'लाइफगार्ड' एजेंसी के कर्मी यह सुनिश्चित करने का भरसक प्रयास कर रहे थे कि कोई अप्रिय घटना नहीं हो।
हरियाणा के अंबाला के कंवलजीत सिंह अपने दोस्तों तेजिंदर सिंह और सुरिंदर सिंह के साथ गोवा आए हैं। उन्होंने कहा कि तटीय राज्य की यात्रा के लिए यह सबसे अच्छा समय है। मंगलवार को गोवा पहुंचे कंवलजीत ने कहा कि यहां न प्रदूषण है, न शोर। तट खाली हैं और आप यहां शांति से बैठ सकते हैं।
केरल से आए बैंक कर्मचारी जनार्दन केसी ने कहा कि लोगों को मानसून के मौसम में गोवा आना चाहिए। वह भी अपने दोस्तों के साथ यहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हमें होटल में कमरे आसानी से मिल गए। यह मानसून के मौसम में आने के लिये अच्छी जगह है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta