पणजी। गोवा में बुधवार रात एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के तहत कांग्रेस के 15 में से 10 विधायक पार्टी से अलग होकर भाजपा में शामिल हो गए।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में कांग्रेस विधानमंडल दल के दो तिहाई सदस्य भाजपा में शामिल हो गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस विधायकों के भाजपा शामिल होने से विधानसभा में पार्टी विधायकों की संख्या अब 27 हो गई है। उन्होंने बताया कि कावलेकर के अलावा कांग्रेस के नौ अन्य विधायकों ने भाजपा का दामन थामा है। कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने का कारण पूछे जाने पर सावंत ने कहा कि यह कदम पार्टी को मजबूत करने और जनहित के इरादे से उठाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'पिछले तीन महीने में मैंने महसूस किया है राज्य के लोगों के हित प्रभावित हो रहे हैं। अब लोगों को कोई कष्ट नहीं होने दिया जायेगा। मेरी सरकार किसानों और आम लोगों के लिए हैं।'
सावंत ने कहा कि गठबंधन सहयोगी गोवा फारवर्ड पार्टी और तीन निर्दलीय विधायकों के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों को भाजपा में शामिल करने के फैसला पार्टी उच्च कमान की सहमति से लिया गया है।
चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि भाजपा में शामिल होने का कारण कांग्रेस विधायकों में एकता का अभाव होना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास गोवा में सरकार के गठन का अवसर था लेकिन एकता न होने के कारण वे ऐसा नहीं कर सके। कावलेकर ने कहा कि हम भाजपा में सकारात्मक सोच के साथ शामिल हुए हैं।
कांग्रेस के 10 बागी विधायकों के भाजपा में शामिल हो जाने से विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर पांच रह गई है। बागी कांग्रेस विधायकों के नाम चन्द्रकांत कावलेकर, ईसाडोर फर्नाडीस, फ्रांसिस सिलवैरा, फिलिप नेरी रोड्रिग्स, जेन्निफर, एंटासियो मोनसेरेट, एंटोनियो फर्नाडीस, नीलकंठ हलारंकर, क्लैफैसियो डायस और विल्फ्रेड डिसा हैं।
कांग्रेस में अब रह गए विधायकों के नाम पूर्व मुख्यमंत्री दिगम्बर कामत, ल्यूजिन्हो फलेरियो, रवि नायक, प्रताप सिंह राणे और एलेक्सियों रेगिनाल्डो हैं। (वार्ता)