लखनऊ। उत्तर प्रदेश के महोबा में व्यापारी इंद्र कांत त्रिपाठी हत्याकांड को लेकर जहां उत्तर प्रदेश सरकार पर विपक्ष जमकर हमलावर है तो वही प्रदेश में हो रही किरकिरी से बचने के लिए जांच के लिए यूपी सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है। एसआइटी को पूरे मामले की जांच करके सात दिन में रिपोर्ट शासन तो देने के निर्देश भी दिए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी हत्याकांड की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आदेश दिया है। साथ ही एसआईटी की टीम की जिम्मेदारी पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी रेंज विजय सिंह मीना को सौंपी है और उनकी टीम में डीआइजी शलभ माथुर और पुलिस अधीक्षक एसपी त्रिपाठी को भी शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे महोबा के रहने वाले इंद्र कांत त्रिपाठी के वीडियो ने जहां पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया था तो वहीं एक दिन के बाद वह अपनी ही कार के अंदर गोली लगने से घायल अवस्था में मिले थे, जिन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
व्यापारी की मौत की जानकारी होने के बाद से लगातार विपक्ष योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा रहा था जबकि वायरल वीडियो में लगाए गए आरोपों को देखते हुए सरकार के निर्देश पर शासन ने तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार को सरकार ने पहले ही निलंबित कर दिया था और वही रविवार देर रात हुई मौत के बाद सरकार के निर्देश पर एसपी मणिलाल पाटीदार व उनके सहयोगियों के ऊपर हत्या का भी मुकदमा दर्ज हो गया है।